12. और राजा रात ही को उठा, और अपने कर्मचारियों से कहा, मैं तुम्हें बताता हूँ कि अरामियों ने हम से क्या किया है? वे जानते हैं, कि हम लोग भूखे हैं इस कारण वे छावनी में से मैदान में छिपने को यह कहकर गए हैं, कि जब वे नगर से निकलेंगे, तब हम उनको जीवित ही पकड़कर नगर में घुसने पाएंगे।
12. পরে রাজা রাত্রিতে উঠিয়া আপন দাসগণকে কহিলেন, অরামীয়েরা আমাদের প্রতি যাহা করিয়াছে, তাহা আমি তোমাদিগকে বলি; তাহারা জানে, আমরা ক্ষুধার্ত্ত, তাই তাহারা মাঠে লুকাইয়া থাকিবার জন্য শিবির হইতে বাহিরে গিয়াছে, আর বলিয়াছে, উহারা যখন নগর হইতে বাহিরে আসিবে, তখন আমরা উহাদিগকে জীবন্ত ধরিব ও নগরের মধ্যে প্রবেশ করিব।