10. तब वे चले और नगर के चौकीदारों को बुलाकर बताया, कि हम जो अराम की छावनी में गए, तो क्या देखा, कि वहां कोई नहीं है, और मनुष्य की कुछ आहट नहीं है, केवल बन्धे हूए घोड़े और गदहे हैं, और डेरे जैसे के तैसे हैं।
10. So they went and cried toward the gate of the city, and reported to them, saying, We went into the camp of the Syrians, and behold, there is not there a man, nor voice of man, only horses tied up and donkeys, and their tents as they were.