2. उस ने अपनी माता से कहा, जो ग्यारह सौ टुकड़े चान्दी तुझ से ले लिए गए थे, जिनके विषय में तू ने मेरे सुनते भी शाप दिया था, वे मेरे पास हैं; मैं ने ही उनको ले लिया था। उसकी माता ने कहा, मेरे बेटे पर यहोवा की ओर से आशीष होए।
2. সে আপন মাতাকে কহিল, যে এগার শত রৌপ্য মুদ্রা তোমার নিকট হইতে চুরি গিয়াছিল, যে বিষয়ে তুমি শাপ দিয়াছিলে ও আমার কাণে তুলিয়াছিলে, দেখ, সেই রৌপ্য আমার কাছে, আমিই তাহা লইয়াছিলাম। তাহার মাতা কহিল, বৎস, তুমি সদাপ্রভুর আশীর্ব্বাদপাত্র হও।