6. और भूमि के विश्रामकाल ही की उपज से तुम को, और तुम्हारे दास- दासी को, और तुम्हारे साथ रहनेवाले मजदूरों और परदेशियों को भी भोजन मिलेगा;
6. And the sabbath of the land shall be food for you; for thee, and for thy male servant, and for thy female servant, and for thy hired servant, and for thy stranger that sojourneth with thee,