19. हम जानते हैं, कि व्यवस्था जो कुछ कहती है उन्हीं से कहती है, जो व्यवस्था के आधीन हैं: इसलिये कि हर एक मुंह बन्द किया जाए, और सारा संसार परमेश्वर के दण्ड के योग्य ठहरे।
19. And we witen, that what euere thingis the lawe spekith, it spekith to hem that ben in the lawe, that ech mouth be stoppid, and ech world be maad suget to God.