5. उस ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, अपनी आंखें उत्तर की ओर उठाकर देख। सो मैं ने अपनी आंखें उत्तर की ओर उठाकर देखा कि वेदी के फाटक की उत्तर की ओर उसके प्रवेशस्थान ही में वह डाह उपजानेवाली प्रतिमा है।
5. And He said to me, Son of man, lift up your eyes now to the way of the north. So I lifted up my eyes the way of the north, and, behold, from the north, at the gate of the altar, was this image of jealousy at the entrance.