17. जितने मनुष्य मिस्र में रहने के लिये उसकी ओर मुंह करें, वे सब तलवार, महंगी और मरी से मरेंगे, और जो विपत्ति मैं उनके बीच डालूंगा, उस से कोई बचा न रहेगा।
17. For all they, that of set purpose undertake to go into Egypt, there to ease themselves of their misery, shall perish with the sword, with hunger and pestilence: not one of them shall remain, there shall none escape the plague, that I will bring upon them.