27. हे याकूब, तू क्यों कहता है, हे इस्राएल तू क्यों बोलता है, मेरा मार्ग यहोवा के छिपा हुआ है, मेरा परमेश्वर मेरे न्याय की कुछ चिन्ता नहीं करता?
27. For do not say, O Jacob, and why have you spoken, O Israel, [saying], My way is hid from God, and my God has taken away [my] judgment, and has departed?