26. अपनी आंखें ऊपर उठाकर देखो, किस ने इनको सिरजा? वह इन गणों को गिन गिनकर निकालता, उन सब को नाम ले लेकर बुलाता है? वह ऐसा सामर्थी और अत्यन्त बली है कि उन में के कोई बिना आए नहीं रहता।।
26. Reise youre iyen an hiy, and se ye, who made these thingis of nouyt; which ledith out in noumbre the kniythod of tho, and clepith alle bi name, for the multitude of his strengthe, and stalworthnesse, and vertu; nether o residue thing was.