13. फिर मैं ने अपने कपड़े की छोर झाड़कर कहा, इसी रीति से जो कोई इस वचन को पूरा न करे, उसको परमेश्वर झाड़कर, उसका घर और कमाई उस से छुड़ाए, और इसी रीति से वह झाड़ा जाए, और छूछा हो जाए। तब सारी सभा ने कहा, आमेन ! और यहोवा की स्तुति की। और लोगों ने इस वचन के अनुसार काम किया।
13. আবার আমি আপন কোলের কাপড় ঝাড়িয়া কহিলাম, যে কেহ এই প্রতিজ্ঞা পালন না করে, ঈশ্বর তাহার গৃহ ও পরিশ্রমের ফল হইতে তাহাকে এইরূপ ঝাড়িয়া ফেলুন, এইরূপে সে ঝাড়া ও শূন্য হউক। তাহাতে সমস্ত সমাজ কহিল, আমেন, এবং সদাপ্রভুর ধন্যবাদ করিল। পরে লোকেরা সেই প্রতিজ্ঞানুসারে কর্ম্ম করিল।