29. और तेरे लिये यह चिन्ह होगा, कि इस वर्ष तो तुम उसे खाओगे जो आप से आप उगे, और दूसरे वर्ष उसे जो उत्पन्न हो वह खाओगे; और तीसरे वर्ष बीज बोने और उसे लवने पाओगे, और दाख की बारियां लगाने और उनका फल खाने पाओगे।
29. And, this unto thee, is the sign Eating, this year, the growth of scattered seeds, and, in the second year, that which groweth after, then, in the third year, sow ye and reap, plant ye vineyards, and eat the fruit thereof;