3. उन्हों ने उस से कहा, हिजकिरयाह यों कहता है, आज का दिन संकट, और उलहने, और निन्दा का दिन है; बच्चे जन्मने पर हुए पर जच्चा को जन्म देने का बल न रहा।
3. They said to him, 'This is what Hezekiah says: 'Today is a day of distress, rebuke, and disgrace, for children have come to the point of birth, but there is no strength to deliver [them].