13. तब दो नीच जन आकर उसके सम्मुख बैठ गए; और उन नीच जनों ने लोगों लोगों के साम्हने नाबोत के विम्ठ्ठ यह साक्षी दी, कि नाबोत ने परमेश्वर और राजा दोनों की निन्दा की। इस पर उन्हों ने उसे नगर से बाहर ले जाकर उसको पत्थरवाह किया, और वह मर गया।
13. and whanne twey men, sones of the deuel, weren brouyt, thei maden hem to sitte ayens hym, and thei, that is, as men of the deuel, seiden witnessyng ayens him bifor al the multitude, Naboth blesside God and the kyng; for which thing thei ledden hym with out the citee, and killiden him with stoonys.