2. इन बातों के बाद आीाब ने नाबोत से कहा, तेरी दाख की बारी मेरे घर के पास है, तू उसे मुझे दे कि मैं उस में साग पात की बारी लगाऊं; और मैं उसके बदले तुझे उस से अच्छी एक बाटिका दूंगा, नहीं तो तेरी इच्छा हो तो मैं तुझे उसका मूल्य दे दूंगा।
2. And Achab spoke to Naboth, saying: Give me thy vineyard, that I may make me a garden of herbs, because it is nigh, and adjoining to my house, and I will give thee for it a better vineyard: or if thou think it more convenient for thee, I will give thee the worth of it in money.