5. पर अपनी कठोरता और हठीले मन के अनुसार उसके क्रोध के दिन के लिये, जिस में परमेश्वर का सच्चा न्याय प्रगट होगा, अपने निमित्त क्रोध कमा रहा है।
5. But thou, after thine hardnesse, and heart that canot repent, heapest vp as a treasure vnto thy selfe wrath against the day of wrath, and of the declaration of the iust iudgement of God,