6. तब पौलुस ने यह जानकर, कि कितने सदूकी और कितने फरीसी हैं, सभा में पुकारकर कहा, हे भाइयों, मैं फरीसी और फरीसियों के वंश का हूं, मरे हुओं ही आशा और पुनरूत्थान के विषय में मेरा मुक मा हो रहा है।
6. But when Paul perceived that the one part were Sadducees, and the other Pharisees, he cried out in the council, Men, brethren, I am a Pharisee, the son of a Pharisee: concerning the hope and resurrection of the dead I am called in question.