18. इसलिये वह एक निर्दोष मेढ़ा दोषबलि करके याजक के पास ले आए, वह उतने दाम का हो जितना याजक ठहराए, और याजक उसके लिये उसकी उस भूल का जो उस ने अनजाने में की हो प्रायश्चित्त करे, और वह क्षमा किया जाएगा।
18. 'Then he hath brought in a ram, a perfect one, out of the flock, at thy valuation, for a guilt-offering, unto the priest; and the priest hath made atonement for him, for his ignorance in which he hath erred and he hath not known, and it hath been forgiven him;