4. और यदि कोई बुरा वा भला करने को बिना सोचे समझे शपथ खाए, चाहे किसी प्रकार की बात वह बिना सोचे विचारे शपथ खाकर कहे, तो ऐसी बात में वह दोषी उस समय ठहरेगा जब उसे मालूम हो जाएगा।
4. The person that sweareth, and uttereth with his lips, that he would do either evil or good, and bindeth the same with an oath, and his word, and having forgotten it afterwards understandeth his offence,