51. और सातवें दिन वह उस व्याधि को देखे, और यदि वह वस्त्रा के चाहे ताने में चाहे बाने में, वा चमड़े में वा चमड़े की बनी हुई किसी वस्तु में फैल गई हो, तो जानना कि व्याधि गलित कोढ़ है, इसलिये वह वस्तु, चाहे कैसे ही काम में क्यों न आती हो, तौभी अशुद्ध ठहरेगी।
51. পরে সপ্তম দিনে যাজক ঐ কলঙ্ক দেখিবে, যদি বস্ত্রে কিম্বা তানাতে কিম্বা পড়িয়ানেতে কিম্বা চর্ম্মে কিম্বা চর্ম্মনির্ম্মিত দ্রব্যে সেই কলঙ্ক বাড়িয়া থাকে, তবে তাহা সংহারক কুষ্ঠ; তাহা অশুচি।