6. और सातवें दिन याजक उसको फिर देखे, और यदि देख पड़े कि व्याधि की चमक कम है और व्याधि चर्म पर फैली न हो, तो याजक उसको शुद्ध ठहराए; क्योंकि उसके तो चर्म में पपड़ी है; और वह अपने वस्त्रा धोकर शुद्ध हो जाए।
6. And whan he loketh on him agayne vpon the seuenth daye, and fyndeth, that the plage be darkish, and hath frett no deper in the skynne, the shal he iudge him cleane, for it is but a skyrfe, and he shal wash his clothes, & then is he cleane.