Ezekiel - यहेजकेल 23 | View All

1. यहोवा का यह वचन मेरे पास पहुंचा,

1. আর সদাপ্রভুর এই বাক্য আমার নিকটে উপস্থিত হইল,

2. हे मनुष्य के सन्तान, दो स्त्रियां थी, जो एक ही मा की बेटी थी,

2. হে মনুষ্য-সন্তান, দুটী স্ত্রীলোক ছিল, তাহারা এক মাতার কন্যা।

3. वे अपने बचपन ही में वेश्या का काम मिस्र में करने लगी; उनकी छातियां कुंवारपन में पहिले वहीं मींजी गई और उनका मरदन भी हुआ।

3. তাহারা মিসরে ব্যভিচার যৌবনকালেই করিল; সেখানে তাদের স্তন মর্দ্দিত হইত, সেখানে লোকেরা তাহাদের কৌমার্য্যকালীন চুচুক টিপিত।

4. उन लड़कियों में से बड़ी का नाम ओहोला और उसकी बहिन का नाम ओहोलीबा था। वे मेरी हो गई, और उनके पुत्रा पुत्रियां उत्पन्न हुई। उनके नामों में से ओहोला तो शोमरोन, और ओहेलीबा यरूशलेम है।

4. তাহাদের মধ্যে জ্যেষ্ঠার নাম অহলা [তাহার তাম্বু], ও তাহার ভগিনীর নাম অহলীবা [তাহার মধ্যে আমার তাম্বু]; তাহারা আমার হইল এবং পুত্রকন্যা প্রসব করিল। তাহাদের নামের তাৎপর্য এই, অহলা শমরিয়া, ও অহলীবা যিরূশালেম।

5. ओहोला जब मेरी थी, तब ही व्यभिचारिणी होकर अपने मित्रों पर मोहित होने लगी जो उसके पड़ोसी अश्शूरी थे।

5. আমার থাকিতে অহলা ব্যভিচার করিল, আপনার প্রেমিকগণে, নিকটবর্ত্তী অশূরীয়দিগেতে কামাসক্তা হইল;

6. वे तो सब के सब नीले वस्त्रा पहिननेवाले मनभावने जवान, अधिपति और प्रधान थे, और घोड़ों पर सवार थे।

6. ইহারা নীলবস্ত্র পরিহিত, দেশাধ্যক্ষ ও শাসনকর্ত্তা, সকলেই মনোহর যুবক ও অশ্বারোহী যোদ্ধা।

7. सो उस ने उन्हीं के साथ व्यभिचार किया जो सब के सब सव त्तम अश्शूरी थे; और जिस किसी पर वह मोहित हुई, उसी की मूरतों से वह अशुद्ध हुई।

7. সে তাহাদের অর্থাৎ সমস্ত উৎকৃষ্ট অশূর-সন্তানের সহিত ব্যভিচার করিত, এবং যাহাদিগেতে কামাসক্তা হইত, তাহাদের সকলকার সমস্ত পুত্তলি দ্বারা ভ্রষ্ট হইত।

8. जो व्यभिचार उस ने मिस्र में सीखा था, उसको भी उस ने न छोड़ा; क्योंकि बचपन में मनुष्यों ने उसके साथ कुकर्म किया, और उसकी छातियां मींजी, और तन- मन से उसके साथ व्यभिचार किया गया था।

8. আবার সে মিসরের সময় হইতে আপনার ব্যভিচার ত্যাগ করে নাই; কেননা তাহার যৌবনকালে লোকে তাহার সহিত শয়ন করিত, তাহারাই তাহার কৌমার্য্যকালীন চুচুক টিপিত, ও তাহার সহিত রতিক্রিয়া করিত।

9. इस कारण मैं ने उसको उन्हीं अश्शूरी मित्रों के हाथ कर दिया जिन पर वह मोहित हुई थी।

9. এই জন্য আমি তাহার প্রেমিকদের হস্তে,—সে যাহাদিগেতে কামাসক্তা ছিল, সেই অশূর-সন্তানদের হস্তে তাহাকে সমর্পণ করিলাম।

10. उन्हों ने उसको नंगी किया; उसके पुत्रा- मुत्रियां छीनकर उसको तलवार से घात किया; इस प्रकार उनके हाथ से दण्ड पाकर वह स्त्रियों में प्रसिद्ध हो गई।

10. তাহারা তাহার উলঙ্গতা অনাবৃত করিল, তাহার পুত্রকন্যাদিগকে হরণ করিয়া তাহাকে খড়্‌গ দ্বারা বধ করিল; এইরূপে স্ত্রীলোকদের মধ্যে তাহার অখ্যাতি হইল, কারণ লোকেরা তাহাকে বিচারসিদ্ধ দণ্ড দিল।

11. उसकी बहिन ओहोलीबा ने यह देखा, तौभी वह मोहित होकर व्यभिचार करने में अपनी बहिन से भी अधिक बढ़ गई।

11. এই সকল দেখিয়াও তাহার ভগিনী অহলীবা আপন কামাসক্তিতে তাহা অপেক্ষা, হাঁ, বেশ্যাক্রিয়ায় সেই ভগিনী অপেক্ষা অধিক ভ্রষ্ট হইল।

12. वह अपने अश्शूरी पड़ोसियों पर मोहित होती थी, जो सब के सब अति सुन्दर वस्त्रा पहिननेवाले और घोड़ों के सवार मनभावने, जवानन अधिपति और और प्रकार के प्रधान थे।

12. সে নিকটবর্ত্তী অশূর-সন্তানগণে—দেশাধ্যক্ষগণে ও শাসনকর্ত্তৃগণে—কামাসক্তা হইল; তাহারা দিব্য পরিচ্ছদান্বিত অশ্বারোহী যোদ্ধা, সকলেই মনোহর যুবক।

13. तब मैं ने देखा कि वह भी अशुद्ध हो गई; उन दोनों बहिनों की एक ही चाल थी।

13. আর আমি দেখিলাম, সে অশুচি, উভয়ে একই পথে চলিতেছে।

14. परन्तु ओहोलीबा अधिक व्यभिचार करती गई; सो जब उस ने भीत पर सेंदूर से खींचे हुए ऐसे कसदी पुरूषें के चित्रा देखेे,

14. আর সে আপন বেশ্যাক্রিয়া বাড়াইল, কেননা সে ভিত্তিতে চিত্রিত পুরুষদিগকে অর্থাৎ কল্‌দীয়দের সিন্দূরচিত্রিত প্রতিরূপ দেখিল;

15. जो कटि में फेंटे बान्धे हुए, सिर में छोर लटकती हुई रंगीली पगड़ियां पहिने हुए, और सब के सब अपनी कसदी जन्मभूमि अर्थात् बाबुल के लोगों की रीति पर प्रधानों का रूप धरे हुए थे,

15. তাহারা পটিকাতে বদ্ধকটি, তাহাদের মস্তকে রঙ্গে ডুবান দীর্ঘ উষ্ণীষ, তাহারা সকলে দেখিতে সেনানীদের ন্যায়, কল্‌দীয় দেশজাত বাবিল-সন্তানদের রূপবিশিষ্ট।

16. तब उनको देखते ही वह उन पर मोहित हुई और उनके पास कसदियों के देश में दूत भेजे।

16. তাহাদিগকে দেখিবামাত্র সে কামাসক্তা হইয়া কল্‌দীয় দেশে তাহাদের কাছে দূত প্রেরণ করিল।

17. सो बाबुली लोग उसके पास पलंग पर आए, और उसके साथ व्यभिचार करके उसे अशुद्ध किया; और जब वह उन से अशुद्ध हो गई, तब उसका मन उन से फिर गया।

17. তাহাতে বাবিল-সন্তানেরা তাহার কাছে আসিয়া প্রেম-শয্যায় শয়ন করিল, ও ব্যভিচার করিয়া তাহাকে ভ্রষ্ট করিল; সে তাহাদের দ্বারা অশুচি হইল, পরে তাহাদের প্রতি তাহার প্রাণে ঘৃণা হইল।

18. तौभी जब वह तन उधड़ती और व्यभिचार करती गई, तब मेरा मन जैसे उसकी बहिन से फिर गया था, वैसे ही उस से भी फिर गया।

18. সে আপন বেশ্যাক্রিয়া প্রকাশ করিল, আপন উলঙ্গতা অনাবৃত করিল; তাহাতে আমার প্রাণে যেমন তাহার ভগিনীর প্রতি ঘৃণা হইয়াছিল, তেমনি তাহার প্রতিও ঘৃণা হইল।

19. इस पर भी वह मिस्र देश के अपने बचपन के दिन स्मरण करके जब वह वेश्या का काम करती थी, और अधिक व्यभिचार करती गई;

19. আর সে আপন বেশ্যাক্রিয়া সকল বাড়াইল, যে সময়ে মিসর দেশে বেশ্যাক্রিয়া করিত, আপনার সেই যৌবনকাল স্মরণ করিল।

20. और ऐसे मिस्रों पर मोहित हुई, जिनका मांस गदहों का सा, और वीर्य घोड़ों का सा था।

20. কেননা গর্দ্দভের ন্যায় মাংসবিশিষ্ট ও অশ্বের ন্যায় রেতোবিশিষ্ট তাহাদের শৃঙ্গারকারিগণে যে কামাসক্তা হইল।

21. तू इस प्रकार से अपने बचपन के उस समय के महापाप का स्मरण कराती है जब मिस्री लोग तेरी छातियां मींजते थे।

21. এইরূপে, মিস্রীয়েরা যে সময়ে কৌমার্য্যকালীন স্তন বলিয়া তোমার চুচুক টিপিত, তুমি পুনর্ব্বার সেই যৌবনকালীয় কুকর্ম্মের চেষ্টা করিয়াছ।

22. इस कारण हे ओहोलीबा, परमेश्वर यहोवा तुझ से यों कहता है, देख, मैं तेरे मिस्रों को उभारकर जिन से तेरा मन फिर गया चारों ओर से तेरे विरूद्ध ले आऊंगा।

22. এই জন্য, হে অহলীবা, প্রভু সদাপ্রভু এই কথা কহেন, দেখ, তোমার প্রাণে যাহাদের প্রতি ঘৃণা হইয়াছে, তোমার সেই প্রেমিকদিগকে আমি তোমার বিরুদ্ধে উঠাইব, চারিদিক্‌ হইতে তাহাদিগকে তোমার বিরুদ্ধে আনিব।

23. अर्थात् बाबुलियों और सब कसदियों को, और पकोद, शो और कोआ के लोगों को; और उनके साथ सब अश्शूरियों को लाऊंगा जो सब के सब घोड़ों के सवार मनभावने जवान अधिपति, और कई प्रकार के प्रतिनिधि, प्रधान और नामी पुरूष हैं।

23. বাবিল-সন্তানেরা এবং কল্‌দীয়েরা সকলে, পকোদ, শোয়া ও কোয়া এবং তাহাদের সঙ্গে সমস্ত অশূর-সন্তান আনীত হইবে; তাহারা সকলে মনোহর যুবক, দেশাধ্যক্ষ ও শাসনকর্ত্তা, সেনানী ও সমাহূত লোক, সকলে অশ্বারোহী যোদ্ধা।

24. वे लोग हथियार, रथ, छकड़े और देश देश के लोगों का दल लिए हुए तुझ पर चढ़ाई करेंगे; और ढाल और फरी और टोप धारण किए हुए तेरे विरूद्ध चारों ओर पांति बान्धेंगे; और मैं उन्हीं के हाथ न्याय का काम सौंपूंगा, और वे अपने अपने नियम के अनुसार तेरा न्याय करेंगे।

24. তাহারা অস্ত্রশস্ত্র, রথ, চক্র ও জাতিসমাজ সঙ্গে লইয়া তোমার বিরুদ্ধে আসিবে, চর্ম্ম, ঢাল ও টোপর ধরিয়া তোমার বিরুদ্ধে চারিদিকে উপস্থিত হইবে; এবং আমি তাহাদের হাতে বিচার-ভার সমর্পণ করিব, তাহারা আপনাদের বিচারানুসারে তোমার বিচার করিবে।

25. और मैं तुझ पर जलूंगा, जिस से वे जलजलाहट के साथ तुझ से बर्ताव करेंगे। वे तेरी नाक और कान काट लेंगे, और तेरा जो भी बचा रहेगा वह तलवार से मारा जाएगा। वे तेरे पुत्रा- पुत्रियों को छीन ले जाएंगे, और तेरा जो भी बचा रहेगा, वह आग से भस्म हो जाएगा।

25. আর আমি আমার অন্তর্জ্বালা তোমার বিরুদ্ধে স্থাপন করিব; তাহারা তোমার প্রতি কোপে ব্যবহার করিবে; তাহারা তোমার নাসিকা ও কর্ণ কাটিয়া ফেলিবে ও তোমার অবশিষ্ট লোকেরা খড়্‌গে পতিত হইবে; তাহারা তোমার পুত্রকন্যাগণকে হরণ করিবে, ও তোমার অবশিষ্ট লোকেরা অগ্নিভক্ষিত হইবে।

26. वे तेरे वस्त्रा भी उतारकर तेरे सुन्दर- सुन्दर गहने छीन ले जाएंगे।

26. তাহারা তোমাকে বিবস্ত্রা করিবে, ও তোমার চারু আভরণ সকল হরণ করিবে।

27. इस रीति से मैं तेरा महापाप और जो वेश्या का काम तू ने मिस्र देश में सीखा था, उसे भी तुझ से छुड़ाऊंगा, यहां तक कि तू फिर अपनी आंख उनकी ओर न लगाएगी और न मिस्र देश को फिर स्मरण करेगी।

27. এইরূপে আমি তোমার কুকর্ম্ম ও মিসর দেশ হইতে [কৃত] তোমার বেশ্যাক্রিয়া নিবৃত্ত করিব, তাহাতে তুমি উহাদের প্রতি আর দৃষ্টিপাত করিবে না, এবং মিসরকেও আর স্মরণ করিবে না।

28. क्योंकि प्रभु यहोवा तुझ से यों कहता है, देख, मैं तुझे उनके हाथ सौंपूंगा जिन से तू वैर रखती है और जिन से तेरा मन फिर गया है;

28. কেননা প্রভু সদাপ্রভু এই কথা কহেন, দেখ, তুমি যাহাদিগকে দ্বেষ করিতেছ, যাহাদের প্রতি তোমার প্রাণে ঘৃণা হইয়াছে, তাহাদের হস্তে আমি তোমাকে সমর্পণ করিব।

29. और वे तुझ से वैर के साथ बर्ताव करेंगे, और तेरी सारी कमाई को उठा लेंगे, और तुझे नंगा करके छोड़ देंगे, और तेरे तन के उघाड़े जाने से तेरा व्यभिचार और महापाप प्रगट हो जाएगा।

29. তাহারা তোমার প্রতি দ্বেষ করিবে, ও তোমার সমস্ত শ্রমফল হরণ করিবে, এবং তোমাকে উলঙ্গিনী ও বিবস্ত্রা করিয়া পরিত্যাগ করিবে, তাহাতে তোমার ব্যভিচার-ঘটিত উলঙ্গতা, তোমার কুকর্ম্ম ও তোমার বেশ্যাক্রিয়া, অনাবৃত হইবে।

30. ये काम तुझ से इस कारण किए जाएंगे क्योंकि तू अन्यजातियों के पीछे व्यभिचारिणी की नाई हो गई, और उनकी मूरतें पूजकर अशुद्ध हो गई है।

30. তুমি জাতিগণের অনুগমনে ব্যভিচার করিয়াছ, তাহাদের পুত্তলিগণ দ্বারা অশুচি হইয়াছ, এই নিমিত্ত এ সকল তোমার প্রতি করা যাইবে।

31. तू अपनी बहिन की लीक पर चली है; इस कारण मैं तेरे हाथ में उसका सा कटोरा दूंगा।

31. তুমি আপন ভগিনীর পথে গমন করিয়াছ, এই জন্য আমি তাহার পানপাত্র তোমার হস্তে দিব।

32. प्रभु यहोवा यों कहता है, अपनी बहिन के कटोरे से तुझे पीना पड़ेगा जीे गहिरा और चौड़ा है; तू हंसी और ठट्ठों में उड़ाई जाएगी, क्योंकि उस कटोरे में बहुत कुछ समाता है।

32. প্রভু সদাপ্রভু এই কথা কহেন, তুমি আপন ভগিনীর পাত্রে পান করিবে, সেই পাত্র গভীর ও বৃহৎ; তুমি পরিহাসের বিষয় হইবে; সেই পাত্রে অনেকটা ধরে।

33. तू मतवालेपन और दु:ख से छक जाएगी। तू अपनी बहिन शोमरोन के कटोरे को, अर्थात् विस्मय और उजाड़ को पीकर छक जाएगी।

33. তুমি পরিপূর্ণা হইবে মত্ততায় ও খেদে, বিস্ময়ের ও ধ্বংসের পাত্রে, তোমার ভগিনী শমরিয়ার পাত্রে।

34. उस में से तू गार गारकर पीएगी, और उसके ठिकरों को भी चबाएगी और अपनी छातियां घायल करेगी; क्योंकि मैं ही ने ऐसा कहा है, प्रभु यहोवा की यही वाणी है।

34. তুমি তাহাতে পান করিবে, গাদও খাইয়া ফেলিবে, এবং তাহার খোলা চাটিবে, ও আপন স্তন বিদীর্ণ করিবে; কেননা আমি ইহা কহিলাম, ইহা প্রভু সদাপ্রভু বলেন।

35. तू ने जो मुझे भुला दिया है और अपना मुंह मुझ से फेर लिया है, इसलिये तू आप ही अपने महापाप और व्यभिचार का भार उठा, परमेश्वर यहोवा का यही वचन है।

35. অতএব প্রভু সদাপ্রভু এই কথা কহেন, তুমি আমাকে ভুলিয়া গিয়াছ, আমাকে পিছনে ফেলিয়াছ, তজ্জন্য তুমি আবার আপন কুকর্ম্মের ও বেশ্যাক্রিয়ার ভার বহন কর।

36. यहोवा ने मुझ से कहा, हे मनुष्य के सन्तान, क्या तू ओहोला और ओहोलीबा का न्याय करेगा? तो फिर उनके घिनौने काम उन्हें जता दे।

36. সদাপ্রভু আমাকে আরও কহিলেন, হে মনুষ্য-সন্তান, তুমি কি অহলার ও অহলীবার বিচার করিবে? তবে তাহাদের ঘৃণার্হ ক্রিয়া সকল তাহাদিগকে জ্ঞাত কর।

37. क्योंकि उन्हों ने व्यभिचार किया है, और उनके हाथों में खून लगा है; उन्हों ने अपनी मूरतों के साथ व्यभिचार किया, और अपने लड़केबाले जो मुझ से उत्पन्न हुए थे, उन मूरतों के आगे भस्म होने के लिये चढ़ाए हैं।

37. কেননা তাহারা ব্যভিচার-কার্য্য করিয়াছে, ও তাহাদের হস্তে রক্ত আছে; তাহারা আপন পুত্তলিগণের সহিত ব্যভিচার করিয়াছে, এবং আমার জন্য প্রসূত আপন সন্তানগণকে উহাদের গ্রাসার্থে [অগ্নির মধ্য দিয়া] গমন করাইয়াছে।

38. फिर उन्हों ने मुझ से ऐसा बर्ताव भी किया कि उसी के साथ मेरे पवित्रास्थान को भी अशुद्ध किया और मेरे विश्रामदिनों को अपवित्रा किया है।

38. তাহারা আমার প্রতি আরও এই অপকার্য্য করিয়াছে, সেই দিন আমার ধর্ম্মধাম অশুচি করিয়াছে, এবং তাহারা আমার বিশ্রামদিন অপবিত্র করিয়াছে।

39. वे अपने लड़केबाले अपनी मूरतों के साम्हने बलि चढ़ाकर उसी दिन मेरा पवित्रास्थान अपवित्रा करने को उस में घुसी। देख, उन्हों ने इस भांति का काम मेरे भवन के भीतर किया हे।

39. কারণ যখন তাহারা আপনাদের পুত্তলিগণের উদ্দেশে আপন আপন বালকগণকে হনন করিত, তখন সেই দিন আমার ধর্ম্মধামে আসিয়া তাহা অপবিত্র করিত; আর দেখ, আমার গৃহমধ্যে তাহারা এই প্রকার করিয়াছে।

40. और उन्हों ने दूर से पुरूषों को बुलवा भेजा, और वे चले भी आए। उनके लिये तू नहा धो, आंखों में अंजन लगा, गहने पहिनकर;

40. অধিকন্তু তোমরা দূরস্থ পুরুষদিগকে আনিবার জন্য দূত প্রেরণ করিয়াছ; দূর প্রেরিত হইলে, দেখ, তাহারা আসিল; তুমি তাহাদের নিমিত্ত স্নান করিলে, চক্ষুতে অঞ্জন দিলে, ও অলঙ্কারে আপনাকে বিভূষিত করিলে;

41. सुन्दर पलंग पर बैठी रही; और तेरे साम्हने एक मेज़ बिछी हुई थी, जिस पर तू ने मेरा धूप और मेरा तेल रखा था।

41. পরে রাজকীয় শয্যায় বসিয়া তৎসম্মুখে মেজ সাজাইয়া তাহার উপরে আমার ধূপ ও আমার তৈল রাখিলে।

42. तब उसके साथ निश्चिन्त लोगों की भीड़ का कोलाहल सुन पड़ा, और उन साधारण लोगों के पास जंगल से बुलाए हुए पियक्कड़ लोग भी थे; उन्हों ने उन दोनों बहिनों के हाथों में चूडियां पहिनाई, और उनके सिरों पर शोभायमान मुकुट रखे।

42. আর তাহার সহিত নিশ্চিন্ত লোকারণ্যের কলরব হইল, এবং সাধারণ লোকদের সহিত প্রান্তর হইতে মদ্যপায়ীরা আনীত হইল, তাহারা ঐ দুই রমণীর হস্তে কঙ্কণ ও মস্তকে চারু মুকুট দিল।

43. तब जो क्यभिचार करते करते बुढ़िया हो गई थी, उसके विषय में बोल उठा, अब तो वे उसी के साथ व्यभिचार करेंगे।

43. তখন ব্যভিচার-ক্রিয়াতে যে জীর্ণা, সেই স্ত্রীর বিষয়ে আমি কহিলাম, এখন তাহারা ইহার সহিত, এবং এ তাহাদের সহিত, ব্যভিচার কার্য্য করিবে।

44. क्योंकि वे उसके पास ऐसे गए जैसे लोग वेश्या के पास जाते हैं। वैसे ही वे ओहोला और ओहोलीबा नाम महापापिनी स्त्रियों के पास गए।

44. আর পুরুষেরা যেমন বেশ্যার কাছে গমন করে, তেমনি তাহারা উহার কাছে গমন করিত; এইরূপে তাহারা অহলার ও অহলীবার, সেই দুই কুকর্ম্মকারিণী রমণীর কাছে গমন করিত।

45. सो धम लोग व्यभिचारिणियों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें; क्योंकि वे व्यभिचारिणीयों और हत्यारों के योग्य उसका न्याय करें; क्योंकि वे व्यभिचारिणी है, और उनके हाथों में खून लगा है।

45. আর ধার্ম্মিক ব্যক্তিরাই ব্যভিচারিণী ও রক্তপাতকারিণীদের বিচারানুসারে তাহাদের বিচার করিবে; কেননা তাহারা ব্যভিচারিণী, ও তাহাদের হস্তে রক্ত আছে।

46. इस कारण परमेश्वर यहोवा यों कहता है, मैं एक भीड़ से उन पर चढ़ाई कराकर उन्हें ऐसा करूंगा कि वे मारी मारी फिरेंगी और लटी जाएंगी।

46. বস্তুতঃ প্রভু সদাপ্রভু এই কথা কহেন, আমি তাহাদের বিরুদ্ধে জনসমাজ আনিব, এবং তাহাদিগকে ভাসিয়া বেড়াইতে ও লুটদ্রব্য হইতে দিব।

47. और उस भीड़ के लोग उनको पत्त्रवाह करके उन्हें अपनी तलवारों से काट डालेंगे, तब वे उनके पुत्रा- पुत्रियों को घात करके उनके घर भी आग लगाकर फूंक देंगे।

47. সেই সমাজ তাহাদিগকে প্রস্তরাঘাত করিবে, ও আপনাদের খড়্‌গে খণ্ড খণ্ড করিবে; তাহারা তাহাদের পুত্রকন্যাদিগকে বধ করিবে, এবং তাহাদের গৃহ আগুনে পোড়াইয়া দিবে।

48. इस प्रकार मैं महापाप को देश में से दूर करूंगा, और सब स्त्रियां शिक्षा माकर तुम्हारा सा महापाप करने से बची रहेगी।

48. এই প্রকারে আমি দেশ হইতে কুকর্ম্ম নিবৃত্ত করিব, তাহাতে সমুদয় স্ত্রীলোক শিক্ষা পাইবে, তোমাদের কুকর্ম্মের ন্যায় আচরণ করিবে না।

49. तुम्हारा महापाप तुम्हारे ही सिर पड़ेगा; और तुम निश्चय अपनी मूरतों को पूजा के पापों का भार उठाओगे; और तब तुम जान लोगे कि मैं परमेश्वर यहोवा हूं।

49. আর লোকেরা তোমাদের কুকর্ম্মের বোঝা তোমাদের উপরে রাখিবে, এবং তোমরা আপনাদের পুত্তলিগণ-সম্বন্ধীয় পাপ সকল বহন করিবে; তাহাতে তোমরা জানিবে যে, আমিই প্রভু সদাপ্রভু।



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