16. उन दिनों में जब तुम इस देश में बढ़ो, और फूलो- फलोे, तब लोग फिर ऐसा न कहेंगे, 'यहोवा की वाचा का सन्दूक'; यहोवा की यह भी वाणी हे। उसका विचार भी उनके मन में न आएगा, न लोग उसके न रहने से चिन्ता करेंगे; और न उसकी मरम्मत होगी।
16. 'And it shall come to pass when ye be multiplied and increased in the land, in those days,' saith the LORD, 'they shall say no more, `The ark of the covenant of the LORD.' Neither shall it come to mind, neither shall they remember it; neither shall they visit it, neither shall that be done any more.