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World English Bible
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Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. हे द्वीपों, मेरे साम्हने चुप रहो; देश देश के लोग नया बल प्राप्त करें; वे समीप आकर बोलें; हम आपस में न्याय के लिये एक दूसरे के समीप आएं।।
1. Keep silence before me, O coastlands; you peoples, wait for my words! Let them draw near and speak; let us come together for judgment.
2. किस ने पूर्व दिशा से एक को उभारा है, जिसे वह धर्म के साथ अपने पांव के पास बुलाता है? वह जातियों को उसके वश में कर देता और उसको राजाओं पर अधिकारी ठहराता है; उसकी तलवार वह उन्हें धूल के समान, और उसके धनुष से उड़ाए हुए भूसे के समान कर देता है।प्रकाशितवाक्य 16:12
2. Who has stirred up from the East the champion of justice, and summoned him to be his attendant? To him he delivers the nations and subdues the kings; With his sword he reduces them to dust, with his bow, to driven straw.
3. वह उन्हें खदेड़ता और ऐसे मार्ग से, जिस पर वह कभी न चला था, बिना रोक टोक आगे बढ़ता है।
3. He pursues them, passing on without loss, by a path his feet do not even tread.
4. कि ने यह काम किया है और आदि से पीढ़ियों को बुलाता आया है? मैं यहोवा, जो सब से पहिला, और अन्त के समय रहूंगा; मैं वहीं हूं।।प्रकाशितवाक्य 1:4-8, प्रकाशितवाक्य 4:8, प्रकाशितवाक्य 16:5
4. Who has performed these deeds? He who has called forth the generations since the beginning. I, the LORD, am the first, and with the last I will also be.
5. द्वीप देखकर डरते हैं, पृथ्वी के दूर देश कांप उठे और निकट आ गए हैं।
5. The coastlands see, and fear; the ends of the earth tremble: these things are near, they come to pass.
6. वे एक दूसरे की सहायता करते हैं और उन में से एक अपने भाई से कहता है, हियाव बान्ध!
6. One man helps another, one says to the other, 'Keep on!'
7. बढ़ई सोनार को और हथौड़े से बराबर करनेवाला निहाई पर मारनेवाले को यह कहकर हियाव बन्धा रहा है, जोड़ तो अच्छी है, सो वह कील ठोंक ठोंककर उसको ऐसा दृढ़ करता है कि वह स्थिर रहे।।
7. The craftsman encourages the goldsmith, the one who beats with the hammer, him who strikes on the anvil; He says the soldering is good, and he fastens it with nails to steady it.
8. हे मेरे दास इस्राएल, हे मेरे चुने हुए याकूब, हे मेरे प्रेमी इब्राहीम के वंश;याकूब 2:23, लूका 1:54, इब्रानियों 2:16
8. But you, Israel, my servant, Jacob, whom I have chosen, offspring of Abraham my friend--
9. तू जिसे मैं ने पृथ्वी के दूर दूर देशों से लिया और पृथ्वी की छोर से बुलाकर यह कहा, तू मेरा दास है, मैं ने तुझे चुला है और तजा नहीं;मत्ती 12:18-21, लूका 1:54, इब्रानियों 2:16
9. You whom I have taken from the ends of the earth and summoned from its far-off places, You whom I have called my servant, whom I have chosen and will not cast off--
10. मत डर, क्योंकि मैं तेरे संग हूं, इधर उधर मत ताक, क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर हूं; मैं तुझे दृढ़ करूंगा और तेरी सहायता करूंगा, अपने धर्ममय दहिने हाथ से मैं तुझे सम्हाले रहूंगा।।प्रेरितों के काम 18:9-10
10. Fear not, I am with you; be not dismayed; I am your God. I will strengthen you, and help you, and uphold you with my right hand of justice.
11. देख, जो तुझ से क्रोधित हैं, वे सब लज्जित होंगे; जो तुझ से झगड़ते हैं उनके मुंह काले होंगे और वे नाश होकर मिट जाएंगे।
11. Yes, all shall be put to shame and disgrace who vent their anger against you; Those shall perish and come to nought who offer resistance.
12. जो तुझ से लड़ते हैं उन्हें ढूंढने पर भी तू न पएगा; जो तुझ से युद्ध करते हैं वे नाश होकर मिट जाएंगे।
12. You shall seek out, but shall not find, those who strive against you; They shall be as nothing at all who do battle with you.
13. क्योंकि मैं तेरा परमेश्वर यहोवा, तेरा दहिना हाथ पकड़कर कहूंगा, मत डर, मैं तेरी सहायता करूंगा।।
13. For I am the LORD, your God, who grasp your right hand; It is I who say to you, 'Fear not, I will help you.'
14. हे कीड़े सरीखे याकूब, हे इस्राएल के मनुष्यों, मत डरो! यहोवा की यह वाणी है, मैं तेरी सहयता करूंगा; इस्राएल का पवित्रा तेरा छुड़ानेवाला है।
14. Fear not, O worm Jacob, O maggot Israel; I will help you, says the LORD; your redeemer is the Holy One of Israel.
15. देख, मैं ने तुझे छुरीवाले दांवने का एक नया और चोखा यन्त्रा ठहराया है; तू पहाड़ों को दांय दांयकर स्ूक्ष्म धूलि कर देगा, और पहाड़ियों को तू भूसे के समान कर देगा।
15. I will make of you a threshing sledge, sharp, new, and double-edged, To thresh the mountains and crush them, to make the hills like chaff.
16. तू उनको फटकेगा, और पवन उन्हें उड़ा ले जाएगी, और आंधी उन्हें तितर- बितर कर देगी। परन्तु तू यहोवा के कारण मगन होगा; और इस्राएल के पवित्रा के कारण बड़ाई मारेगा।।
16. When you winnow them, the wind shall carry them off and the storm shall scatter them. But you shall rejoice in the LORD, and glory in the Holy One of Israel.
17. जब दी और दरिद्र लोग जल ढूंढ़ने पर भी न पायें और उनका तालू प्यास के मारे सूख जाये; मैं यहोवा उनकी बिनती सुनूंगा, मैं इस्राएल का परमेश्वर उनको त्याग न दूंगां
17. The afflicted and the needy seek water in vain, their tongues are parched with thirst. I, the LORD, will answer them; I, the God of Israel, will not forsake them.
18. मैं मुण्डे टीलों से भी नदियां और मैदानों के बीच में सोते बहऊंगा; मैं जंगल को ताल और निर्जल देश को सोते ही सोते कर दूंगा।
18. I will open up rivers on the bare heights, and fountains in the broad valleys; I will turn the desert into a marshland, and the dry ground into springs of water.
19. मैं जंगल में देवदार, बबूल, मेंहदी, और जलपाई उगाऊंगा; मैं अराबा में सनौवर, तिधार वृक्ष, और सीधा सनौबर इकट्ठे लगाऊंगा;
19. I will plant in the desert the cedar, acacia, myrtle, and olive; I will set in the wasteland the cypress, together with the plane tree and the pine,
20. जिस से लोग देखकर जान लें, और सोचकर पूरी रीति से समझ लें कि यह यहोवा के हाथ का किया हुआ और इस्राएल के पवित्रा का सृजा हुआ है।।
20. That all may see and know, observe and understand, That the hand of the LORD has done this, the Holy One of Israel has created it.
21. यहोवा कहता है, अपना मुक मा लड़ो; याकूब का राजा कहता है, अपने प्रमाण दो।
21. Present your case, says the LORD; bring forward your reasons, says the King of Jacob.
22. वे उन्हें देकर हम को बताएं कि भविष्य में क्या होगा? पूर्वकाल की घटनाएं बताओ कि आदि में क्या क्या हुआ, जिस से हम उन्हें सोचकर जान सकें कि भविष्य में उनका क्या फल होगा; वा होनेवाली घटनाएं हम को सुना दो।
22. Let them come near and foretell to us what it is that shall happen! What are the things of long ago? Tell us, that we may reflect on them And know their outcome; or declare to us the things to come!
23. भविष्य में जो कुछ घटेगा वह बताओ, तब हम मानेंगे कि तुम ईश्वर हो; भला वा बुरा; कुछ तो करो कि हम देखकर एक चकित को जाएं।
23. Foretell the things that shall come afterward, that we may know that you are gods! Do something, good or evil, that will put us in awe and in fear.
24. देखो, तुम कुछ नहीं हो, तुम से कुछ नहीं बनता; जो कोई तुम्हें जानता है वह घृणित है।।
24. Why, you are nothing and your work is nought! To choose you is an abomination.
25. मैं ने एक को उत्तर दिशा से उभारा, वह आ भी गया है; वह पूर्व दिशा से है और मेरा नाम लेता है; जैसा कुम्हार गिली मिट्टी को लताड़ता है, वैसा ही वह हाकिमों को कीच के समान लताड़ देगा।प्रकाशितवाक्य 16:12
25. I have stirred up one from the north, and he comes; from the east I summon him by name; He shall trample the rulers down like red earth, as the potter treads the clay.
26. किस ने इस बात को पहिले से बताया था, जिस से हम यह जानते? किस ने पूर्वकाल से यह प्रगट किया जिस से हम कहें कि वह सच्चा है? कोई भी बतानेवाला नहीं, कोई भी सुनानेवाला नहीं, तुम्हारी बातों का कोई भी सुनानेवाला नहीं है।
26. Who announced this from the beginning, that we might know; beforehand, that we might say it is true? Not one of you foretold it, not one spoke; no one heard you say,
27. मैं ही ने पहिले सिरयोन से कहा, देख, उन्हें देख, और मैं ने यरूशलेम को एक शुभ समाचार देनेवाला भेजा।
27. 'The first news for Zion: they are coming now,' or, 'For Jerusalem I will pick out a bearer of the glad tidings.'
28. मैं ने देखने पर भी किसी को न पाया; उन में से कोई मन्त्री नहीं जो मेरे पूछने पर कुछ उत्तर दे सके।
28. When I look, there is not one, no one of them to give counsel, to make an answer when I question them.
29. सुनो, उन सभों के काम अनर्थ हैं; उनके काम तुच्छ हैं, और उनकी ढली हुई मूत्तियां वायु और मिथ्या हैं।।
29. Ah, all of them are nothing, their works are nought, their idols are empty wind!