13. उस ने कहा है, अपने ही बाहुबल और बुद्धि से मैं ने यह काम किया है, क्योंकि मैं चतुर हूं; मैं ने देश देश के सिवानों को हटा दिया, और उनके रखे हुए धन को लूअ लिया; मैं ने वीर की नाई गद्दी पर विराजनेहारों को उतार दिया है।
13. For he saith, By the strength of my hand I have done [it], and by my wisdom, for I am intelligent; and I have removed the bounds of the peoples, and have robbed their treasures, and, like a valiant man, I have brought down them that sit [on thrones];