Psalms - भजन संहिता 89 | View All

1. मैं यहोवा की सारी करूणा के विषय सदा गाता रहूंगा; मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी पीढ़ी तक जताता रहूंगा।

1. আমি চিরকাল সদাপ্রভুর বহুবিধ দয়া গাহিব, আমি নিজ মুখে তোমার বিশ্বস্ততা পুরুষ-পরম্পরার কাছে ব্যক্ত করিব।

2. क्योंकि मैं ने कहा है, तेरी करूणा सदा बनी रहेगी, तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा।

2. কারণ আমি বলিয়াছি, দয়া চিরতরে সংগ্রথিত হইবে, তুমি আপন বিশ্বস্ততাকে স্বর্গেই সংস্থাপন করিবে।

3. मैं ने अपने चुने हुए से वाचा बान्धी है, मैं ने अपने दास दाऊद से शपथ खाई है,
यूहन्ना 7:42, प्रेरितों के काम 2:40

3. ‘আমি আপন মনোনীত লোকের সহিত নিয়ম করিয়াছি, নিজ দাস দায়ূদের কাছে এই শপথ করিয়াছি;

4. कि मैं तेरे वंश को सदा स्थिर रखूंगा; और तेरी राजगद्दी को पीढ़ी पीढ़ी तक बनाए रखूंगा।
यूहन्ना 12:34, यूहन्ना 7:42, प्रेरितों के काम 2:40

4. আমি তোমার বংশকে চিরতরে সংস্থাপন করিব, পুরুষে পুরুষে তোমার সিংহাস গাঁথিব।’ সেলা।

5. हे यहोवा, स्वर्ग में तेरे अद्भुत काम की, और पवित्रों की सभा में तेरी सच्चाई की प्रशंसा होगी।

5. হে সদাপ্রভু, স্বর্গ তোমার আশ্চর্য্য ক্রিয়ার, পবিত্রগণের সমাজে তোমার বিশ্বস্ততারও প্রশংসা করিবে।

6. क्योंकि आकाशमण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा? बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी?

6. কেননা আকাশে সদাপ্রভুর সহিত কে উপমা ধরিতে পারে? বীর-পুত্রদের মধ্যেই বা কে সদাপ্রভুর তুল্য?

7. ईश्वर पवित्रों की गोष्ठी में अत्यन्त प्रतिष्ठा के योग्य, और अपने चारों ओर सब रहनेवालों से अधिक भययोग्य है।
2 थिस्सलुनीकियों 1:10

7. ঈশ্বর পবিত্রগণের সভাতে প্রবল পরাক্রমশালী, আপনার চতুর্দ্দিক্‌স্থ সকলের উপরে ভয়াবহ।

8. हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हे याह, तेरे तुल्य कौन सामर्थी है? तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है!

8. হে সদাপ্রভু, বাহিনীগণের ঈশ্বর! হে যাঃ, তোমার তুল্য বিক্রমী কে? আর তোমার বিশ্বস্ততা তোমার চারিদিকে বিদ্যমান।

9. समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है; जब उसके तरंग उठते हैं, तब तू उनको शान्त कर देता है।

9. তুমিই সাগর-দর্পের উপরে কর্ত্তৃত্ব করিতেছ, তাহার তরঙ্গমালা উঠিলে তুমি তাহা প্রশান্ত করিয়া থাক।

10. तू ने रहब को घात किए हुए के समान कुचल डाला, और अपने शत्रुओं को अपने बाहुबल से तितर बितर किया है।
लूका 1:51

10. তুমিই রহবকে চূর্ণ করিয়া হত ব্যক্তির সমান করিয়াছ, তুমি নিজ বলবন্ত বাহু দ্বারা তোমার শত্রুগণকে ছিন্নভিন্ন করিয়াছ।

11. आकाश तेरा है, पृथ्वी भी तेरी है; जगत और जो कुछ उस में है, उसे तू ही ने स्थिर किया है।
1 कुरिन्थियों 10:26

11. আকাশমণ্ডল তোমার, পৃথিবীও তোমার; জগৎ ও তাহার সমস্ত বস্তু তোমারই সংস্থাপিত।

12. उत्तर और दक्खिन को तू ही ने सिरजा; ताबोर और हेर्मोन तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।

12. তুমিই উত্তর ও দক্ষিণ দিকের সৃষ্টি করিয়াছ; তাবোর ও হর্ম্মোণ তোমার নামে আনন্দধ্বনি করে।

13. तेरी भुजा बलवन्त है; तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दहिना हाथ प्रबल है।

13. তোমার বাহু পরাক্রমবিশিষ্ট, তোমার হস্ত শক্তিমান্‌, তোমার দক্ষিণ হস্ত উচ্চ।

14. तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।

14. ধর্ম্মশীলতা ও ন্যায়বিচার তোমার সিংহাসনের ভিত্তিমূল; দয়া ও সত্য তোমার শ্রীমুখের অগ্রগামী।

15. क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे हयोवा वे लोग मेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,

15. ধন্য সেই প্রজারা, যাহারা সেই আনন্দধ্বনি জানে, হে সদাপ্রভু, তাহারা তোমার মুখের দীপ্তিতে গমনাগমন করে।

16. वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं, और तेरे धर्म के कारण महान हो जाते हैं।

16. তাহারা সমস্ত দিন তোমার নাম উল্লাস করে, তাহারা তোমার ধর্ম্মশীলতায় উন্নত হয়;

17. क्योंकि तू उनके बल की शोभा है, और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊंचा करेगा।

17. যেহেতু তুমিই তাহাদের বলের শোভা, আর তোমার অনুগ্রহে আমাদের শৃঙ্গ উন্নত হইবে।

18. क्योंकि हमारी ढाल यहोवा की ओर से है हमारा राजा इस्राएल के पवित्रा की ओर से है।।

18. কেননা আমাদের ঢাল সদাপ্রভুর, আমাদের রাজা ইস্রায়েলের পবিত্রতমের।

19. एक समय तू ने अपने भक्त को दर्शन देकर बातें की; और कहा, मैं ने सहायता करने का भार एक वीर पर रखा है, और प्रजा में से एक को चुनकर बढ़ाया है।
मरकुस 1:24, लूका 1:35, प्रेरितों के काम 3:14, प्रेरितों के काम 4:27-30

19. একদা তুমি নিজ সাধুকে দর্শন দিয়া কথা কহিয়াছিলে, বলিয়াছিলে, আমি সাহায্য করিবার ভার এক জন বীরকে সমর্পণ করিয়াছি, আমি প্রজাদের মধ্যে মনোনীত এক জনকে উন্নত করিয়াছি।

20. मैं ने अपने दास दाऊद को लेकर, अपने पवित्रा तेल से उसका अभिषेक किया है।
प्रेरितों के काम 13:22

20. আমার দাস দায়ূদকেই পাইয়াছি, আমার পবিত্র তৈলে তাহাকে অভিষিক্ত করিয়াছি।

21. मेरा हाथ उसके साथ बना रहेगा, और मेरी भुजा उसे दृढ़ रखेगी।

21. আমার হস্ত তাহার দৃঢ় সহায় হইবে, আমার বাহু তাহাকে বলবান করিবে।

22. शत्रु उसको तंग करने न पाएगा, और न कुटिल जल उसको दु:ख देने पाएगा।

22. শত্রু তাহার প্রতি উপদ্রব করিতে পারিবে না, দুষ্টতার সন্তান তাহাকে দুঃখ দিতে পারিবে না।

23. मैं उसके द्रोहियों को उसके साम्हने से नाश करूंगा, और उसके बैरियों पर विपत्ति डालूंगा।

23. আমি তাহার বিপক্ষগণকে তাহার সম্মুখে চূর্ণ করিব, তাহার বিদ্বেষিগণকে আঘাত করিব।

24. परन्तु मेरी सच्चाई और करूणा उस पर बनी रहेंगी, और मेरे नाम के द्वारा उसका सींग ऊंचा हो जाएगा।

24. কিন্তু আমার বিশ্বস্ততা ও দয়া তাহার সহিত থাকিবে, আমার নামে তাহার শৃঙ্গ উন্নত হইবে।

25. मैं समुद्र को उसके हाथ के नीचे और महानदों को उसके दहिने हाथ के नीचे कर दूंगा।

25. আর আমি স্থাপন করিব তাহার হস্ত সমুদ্রের উপরে, তাহার দক্ষিণ হস্ত নদীগণের উপরে।

26. वह मुझे पुकारके कहेगा, कि तू मेरा पिता है, मेरा ईश्वर और मेरे बचने की चट्टान है।
1 पतरस 1:17, प्रकाशितवाक्य 21:7

26. সে আমাকে ডাকিয়া বলিবে, তুমি আমার পিতা, আমার ঈশ্বর, ও আমার পরিত্রাণের শৈল।

27. फिर मैं उसको अपना पहिलौठा, और पृथ्वी के राजाओं पर प्रधान ठहराऊंगा।
प्रकाशितवाक्य 1:5, प्रकाशितवाक्य 17:18

27. আবার আমি তাহাকে প্রথমজাত করিব, পৃথিবীর রাজগণ হইতে সর্ব্বোচ্চ করিয়া নিযুক্ত করিব।

28. मैं अपनी करूणा उस पर सदा बनाए रहूंगा, और मेरी वाचा उसके लिये अटल रहेगी।

28. আমি তাহার পক্ষে আমার দয়া চিরকাল রক্ষা করিব, আমার নিয়ম তাহার পক্ষে স্থির থাকিবে।

29. मैं उसके वंश को सदा बनाए रखूंगा, और उसकी राजगद्दी स्वर्ग के समान सर्वदा बनी रहेगी।

29. আমি তাহার বংশকে নিত্যস্থায়ী করিব, তাহার সিংহাসন আকাশের আয়ুর ন্যায় করিব।

30. यदि उसके वंश के लोग मेरी व्यवस्था को छोड़ें और मेरे नियमों के अनुसार न चलें,

30. তাহার সন্তানেরা যদি আমার ব্যবস্থা ত্যাগ করে, ও আমার শাসনানুসারে না চলে;

31. यदि वे मेरी विधियों का उल्लंघन करें, और मेरी आज्ञाओं को न मानें,

31. যদি আমার বিধি সকল লঙ্ঘন করে, ও আমার আজ্ঞা সকল পালন না করে;

32. तो मैं उनके अपराध का दण्ड सोंटें से, और उनके अधर्म का दण्ड कोड़ों से दूंगा।

32. তবে আমি অপরাধের জন্য দণ্ড দ্বারা তাহাদিগকে শাস্তি দিব, অধর্ম্মের জন্য নানা প্রকারে আঘাত করিব;

33. परन्तु मैं अपनी करूणा उस पर से हटाऊंगा, और न सच्चाई त्यागकर झूठा ठहरूंगा।

33. তথাপি তাহা হইতে আমার দয়া হরণ করিব না, আমার বিশ্বস্ততায় মিথ্যা বলিব না।

34. मैं अपनी वाचा न तोडूंगा, और जो मेरे मुंह से निकल चुका है, उसे न बदलूंगा।

34. আমি আমার নিয়ম ব্যর্থ করিব না, আমার ওষ্ঠনির্গত বাক্য অন্যথা করিব না।

35. एक बार मैं अपनी पवित्राता की शपथ खा चुका हूं; मैं दाऊद को कभी धोखा न दूंगा।

35. আমি আমার পবিত্রতায় এক বার শপথ করিয়াছি, দায়ূদের নিকটে কখনও মিথ্যা বলিব না।

36. उसका वंश सर्वदा रहेगा, और उसकी राजगद्दी सूर्य की नाई मेरे सम्मुख ठहरी रहेगी।
यूहन्ना 12:34

36. তাহার বংশ চিরকাল থাকিবে, তাহার সিংহাসন আমার সাক্ষাতে সূর্য্যের ন্যায় হইবে।

37. वह चन्द्रमा की नाईं, और आकाशमण्डल के विश्वासयोग्य साक्षी की नाई सदा बना रहेगा।
प्रकाशितवाक्य 1:5, प्रकाशितवाक्य 3:14

37. তাহা চন্দ্রের ন্যায় চিরকাল অটল থাকিবে; আর গগনস্থ সাক্ষী বিশ্বস্ত। সেলা।

38. तौभी तू ने अपने अभिषिक्त को छोड़ा और उसे तज दिया, और उस पर अति क्रोध किया है।

38. কিন্তু তুমিই পরিত্যাগ ও অগ্রাহ্য করিয়াছ, আপন অভিষিক্ত লোকের প্রতি ক্রুদ্ধ হইয়াছ।

39. तू अपने दास के साथ की वाचा से घिनाया, और उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध किया है।

39. তুমি আপন দাসের নিয়ম ঘৃণা করিয়াছ, তাঁহার মুকুট ভূমিতে ফেলিয়া অশুচি করিয়াছ।

40. तू ने उसके सब बाड़ों को तेड़ डाला है, और उसके गढ़ों को उजाड़ दिया है।

40. তুমি তাঁহার সমস্ত বেড়া ভাঙ্গিয়া ফেলিয়াছ, তাঁহার দুর্গ সকল উৎসন্ন করিয়াছ।

41. सब बटोही उसको लूट लेते हैं, और उसके पड़ोसियों से उसकी नामधराई होती है।

41. পথিকেরা সকলে তাঁহার দ্রব্য লুট করে; তিনি প্রতিবাসীদের তিরস্কারের পাত্র হইয়াছেন।

42. तू ने उसके द्रोहियों को प्रबल किया; और उसके सब शत्रुओं को आनन्दित किया; और उसके सब शत्रुओं को आनन्दित किया है।

42. তুমি তাঁহার বিপক্ষগণের দক্ষিণ হস্ত উচ্চ করিয়াছ, তাঁহার সমস্ত শত্রুকে আনন্দিত করিয়াছ।

43. फिर तू उसकी तलवार की धार को मोड़ देता है, और युद्ध में उसके पांव जमने नहीं देता।

43. হাঁ, তুমি তাঁহার খড়্‌গের ধার ফিরাইয়া দিয়াছ, সংগ্রামে তাঁহাকে দাঁড়াইতে দেও নাই।

44. तू ने उसका तेज हर लिया है और उसके सिंहासन को भूमि पर पटक दिया है।

44. তুমি তাঁহাকে তেজোহীন করিয়াছ, তাঁহার সিংহাসন ভূমিতে নিক্ষেপ করিয়াছ।

45. तू ने उसकी जवानी को घटाया, और उसको लज्जा से ढांप दिया है।।

45. তুমি তাঁহার যৌবনকাল সংক্ষেপ করিয়াছ। লজ্জায় তাঁহাকে আচ্ছন্ন করিয়াছ। সেলা।

46. हे यहोवा तू कब तक लगातार मूंह फेरे रहेगा, तेरी जलजलाहट कब तक आग की नाईं भड़की रहेगी।।

46. হে সদাপ্রভু, কত কাল নিত্য লুক্কায়িত থাকিবে? কত কাল তোমার কোপ অগ্নিবৎ জ্বলিবে?

47. मेरा स्मरण कर, कि मैं कैसा अनित्य हूं, तू ने सब मनुष्यों को क्यों व्यर्थ सिरजा है?

47. স্মরণ কর, আমি কেমন ক্ষণিক; তুমি মনুষ্যসন্তান সকলকে কেমন অলীকতার নিমিত্ত সৃষ্টি করিয়াছ।

48. कौन पुरूष सदा अमर रहेगा? क्या कोई अपने प्राण को अधोलोक से बचा सकता है?

48. কোন্‌ মনুষ্য জীবিত থাকিবে, মৃত্যু দেখিবে না, কে পাতালের হস্ত হইতে আপন প্রাণ মুক্ত করিবে?

49. हे प्रभु तेरी प्राचीनकाल की करूणा कहां रही, जिसके विषय में तू ने अपनी सच्चाई की शपथ दाऊद से खाई थी?

49. হে প্রভু, তোমার সেই পূর্ব্বকালীন বিবিধ দয়া কোথায়? তুমি ত আপন বিশ্বস্ততায় দায়ূদের পক্ষে শপথ করিয়াছিলে।

50. हे प्रभु अपने दासों की नामधराई की सुधि कर; मैं तो सब सामर्थी जातियों का बोझ लिए रहता हूं।
इब्रानियों 11:26, 1 पतरस 4:14

50. হে প্রভু, তোমার দাসগণের প্রতি কৃত তিরস্কার স্মরণ কর, আমি বলবান জাতিসমূহের [তিরস্কার] নিজ বক্ষঃস্থলে বহন করি।

51. तेरे उन शत्रुओं ने तो हे यहोवा तेरे अभिषिक्त के पीछे पड़कर उसकी नामधराई की है।।
इब्रानियों 11:26, 1 पतरस 4:14

51. হে সদাপ্রভু, তোমার শত্রুগণ তিরস্কার করিয়াছে, তোমার অভিষিক্ত লোকের পদচিহ্নকে তিরস্কার করিয়াছে।

52. यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा! आमीन फिर आमीन।।

52. ধন্য সদাপ্রভু, চিরকালের জন্য! আমেন, আমেন।



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