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Cross Reference Bible
1. मैं यहोवा की सारी करूणा के विषय सदा गाता रहूंगा; मैं तेरी सच्चाई पीढ़ी पीढ़ी तक जताता रहूंगा।
1. I will sing of the mercies of the LORD for ever; with my mouth will I make known thy faithfulness to all generations.
2. क्योंकि मैं ने कहा है, तेरी करूणा सदा बनी रहेगी, तू स्वर्ग में अपनी सच्चाई को स्थिर रखेगा।
2. For I have said, Mercy shall be built up for ever in the heavens; in them thou shalt establish thy truth.
3. मैं ने अपने चुने हुए से वाचा बान्धी है, मैं ने अपने दास दाऊद से शपथ खाई है,यूहन्ना 7:42, प्रेरितों के काम 2:40
3. I have made a covenant with my chosen; I have sworn unto David my servant, [saying],
4. कि मैं तेरे वंश को सदा स्थिर रखूंगा; और तेरी राजगद्दी को पीढ़ी पीढ़ी तक बनाए रखूंगा।यूहन्ना 12:34, यूहन्ना 7:42, प्रेरितों के काम 2:40
4. Thy seed will I establish for ever and build up thy throne to all generations. Selah.
5. हे यहोवा, स्वर्ग में तेरे अद्भुत काम की, और पवित्रों की सभा में तेरी सच्चाई की प्रशंसा होगी।
5. And the heavens shall praise thy wonder, O LORD, thy truth also in the congregation of the saints.
6. क्योंकि आकाशमण्डल में यहोवा के तुल्य कौन ठहरेगा? बलवन्तों के पुत्रों में से कौन है जिसके साथ यहोवा की उपमा दी जाएगी?
6. For who in the heavens can be compared unto the LORD? [who] among the sons of the mighty can be likened unto the LORD?
7. ईश्वर पवित्रों की गोष्ठी में अत्यन्त प्रतिष्ठा के योग्य, और अपने चारों ओर सब रहनेवालों से अधिक भययोग्य है।2 थिस्सलुनीकियों 1:10
7. God is greatly to be feared in the assembly of the saints and to be had in reverence of all [those that are] about him.
8. हे सेनाओं के परमेश्वर यहोवा, हे याह, तेरे तुल्य कौन सामर्थी है? तेरी सच्चाई तो तेरे चारों ओर है!
8. O LORD God of the hosts, who [is] like unto thee? Strong JAH, compassed about with thy truth.
9. समुद्र के गर्व को तू ही तोड़ता है; जब उसके तरंग उठते हैं, तब तू उनको शान्त कर देता है।
9. Thou dost rule the raging of the sea: when its waves arise, thou dost still them.
10. तू ने रहब को घात किए हुए के समान कुचल डाला, और अपने शत्रुओं को अपने बाहुबल से तितर बितर किया है।लूका 1:51
10. Thou hast broken Egypt in pieces as one that is slain; thou hast scattered thine enemies with thy strong arm.
11. आकाश तेरा है, पृथ्वी भी तेरी है; जगत और जो कुछ उस में है, उसे तू ही ने स्थिर किया है।1 कुरिन्थियों 10:26
11. The heavens [are] thine, the earth also [is] thine: the world and its fullness, thou didst found.
12. उत्तर और दक्खिन को तू ही ने सिरजा; ताबोर और हेर्मोन तेरे नाम का जयजयकार करते हैं।
12. Thou hast created the north and the south; Tabor and Hermon shall sing in thy name.
13. तेरी भुजा बलवन्त है; तेरा हाथ शक्तिमान और तेरा दहिना हाथ प्रबल है।
13. The mighty arm is thine; strong is thy hand, [and] high is thy right hand.
14. तेरे सिंहासन का मूल, धर्म और न्याय है; करूणा और सच्चाई तेरे आगे आगे चलती है।
14. Thy throne is composed of righteousness and judgment; mercy and truth go before thy face.
15. क्या ही धन्य है वह समाज जो आनन्द के ललकार को पहिचानता है; हे हयोवा वे लोग मेरे मुख के प्रकाश में चलते हैं,
15. Happy [are] the people that know [how to] enter into joy; they shall walk, O LORD, in the light of thy countenance.
16. वे तेरे नाम के हेतु दिन भर मगन रहते हैं, और तेरे धर्म के कारण महान हो जाते हैं।
16. In thy name shall they rejoice each day; and in thy righteousness shall they be exalted.
17. क्योंकि तू उनके बल की शोभा है, और अपनी प्रसन्नता से हमारे सींग को ऊंचा करेगा।
17. For thou [art] the glory of their strength, and in thy favour our horn shall be exalted.
18. क्योंकि हमारी ढाल यहोवा की ओर से है हमारा राजा इस्राएल के पवित्रा की ओर से है।।
18. For the LORD [is] our shield, and the Holy One of Israel [is] our king.
19. एक समय तू ने अपने भक्त को दर्शन देकर बातें की; और कहा, मैं ने सहायता करने का भार एक वीर पर रखा है, और प्रजा में से एक को चुनकर बढ़ाया है।मरकुस 1:24, लूका 1:35, प्रेरितों के काम 3:14, प्रेरितों के काम 4:27-30
19. Then thou didst speak in vision to thy holy one and didst say, I have laid help upon [one that is] mighty; I have exalted [one] chosen out of my people.
20. मैं ने अपने दास दाऊद को लेकर, अपने पवित्रा तेल से उसका अभिषेक किया है।प्रेरितों के काम 13:22
20. I have found David my servant; I anointed him with the oil of my holiness,
21. मेरा हाथ उसके साथ बना रहेगा, और मेरी भुजा उसे दृढ़ रखेगी।
21. with whom my hand shall be established; mine arm also shall strengthen him.
22. शत्रु उसको तंग करने न पाएगा, और न कुटिल जल उसको दु:ख देने पाएगा।
22. The enemy shall not overcome him, nor the son of iniquity break him down.
23. मैं उसके द्रोहियों को उसके साम्हने से नाश करूंगा, और उसके बैरियों पर विपत्ति डालूंगा।
23. But I will break down his foes before his face and smite those that hate him.
24. परन्तु मेरी सच्चाई और करूणा उस पर बनी रहेंगी, और मेरे नाम के द्वारा उसका सींग ऊंचा हो जाएगा।
24. But my truth and my mercy [shall be] with him, and in my name shall his horn be exalted.
25. मैं समुद्र को उसके हाथ के नीचे और महानदों को उसके दहिने हाथ के नीचे कर दूंगा।
25. In the same manner I will set his hand also in the sea and his right hand in the rivers.
26. वह मुझे पुकारके कहेगा, कि तू मेरा पिता है, मेरा ईश्वर और मेरे बचने की चट्टान है।1 पतरस 1:17, प्रकाशितवाक्य 21:7
26. He shall call me, Thou [art] my father, my God, and the rock of my saving health.
27. फिर मैं उसको अपना पहिलौठा, और पृथ्वी के राजाओं पर प्रधान ठहराऊंगा।प्रकाशितवाक्य 1:5, प्रकाशितवाक्य 17:18
27. Also I will make him [my] firstborn, high above the kings of the earth.
28. मैं अपनी करूणा उस पर सदा बनाए रहूंगा, और मेरी वाचा उसके लिये अटल रहेगी।
28. I will keep my mercy for him for ever, and my covenant shall stand fast with him.
29. मैं उसके वंश को सदा बनाए रखूंगा, और उसकी राजगद्दी स्वर्ग के समान सर्वदा बनी रहेगी।
29. I will also make his seed [to endure] for ever, and his throne as the days of the heavens.
30. यदि उसके वंश के लोग मेरी व्यवस्था को छोड़ें और मेरे नियमों के अनुसार न चलें,
30. If his sons forsake my law and do not walk in my judgments,
31. यदि वे मेरी विधियों का उल्लंघन करें, और मेरी आज्ञाओं को न मानें,
31. if they profane my statutes and do not keep my commandments,
32. तो मैं उनके अपराध का दण्ड सोंटें से, और उनके अधर्म का दण्ड कोड़ों से दूंगा।
32. then I will visit their rebellion with the rod and their iniquity with stripes.
33. परन्तु मैं अपनी करूणा उस पर से हटाऊंगा, और न सच्चाई त्यागकर झूठा ठहरूंगा।
33. Nevertheless I will not take my mercy from him, neither will I falsify my truth.
34. मैं अपनी वाचा न तोडूंगा, और जो मेरे मुंह से निकल चुका है, उसे न बदलूंगा।
34. I will not profane my covenant, nor alter the thing that is gone out of my lips.
35. एक बार मैं अपनी पवित्राता की शपथ खा चुका हूं; मैं दाऊद को कभी धोखा न दूंगा।
35. Once have I sworn by my holiness that I will not lie unto David.
36. उसका वंश सर्वदा रहेगा, और उसकी राजगद्दी सूर्य की नाई मेरे सम्मुख ठहरी रहेगी।यूहन्ना 12:34
36. His seed shall endure for ever and his throne as the sun before me.
37. वह चन्द्रमा की नाईं, और आकाशमण्डल के विश्वासयोग्य साक्षी की नाई सदा बना रहेगा।प्रकाशितवाक्य 1:5, प्रकाशितवाक्य 3:14
37. It shall be established for ever as the moon and [as] a faithful witness in heaven. Selah.
38. तौभी तू ने अपने अभिषिक्त को छोड़ा और उसे तज दिया, और उस पर अति क्रोध किया है।
38. But thou hast cast off and abhorred thine anointed; thou hast been wroth with [him].
39. तू अपने दास के साथ की वाचा से घिनाया, और उसके मुकुट को भूमि पर गिराकर अशुद्ध किया है।
39. Thou hast made void the covenant of thy servant; thou hast profaned his crown [by casting it] to the ground.
40. तू ने उसके सब बाड़ों को तेड़ डाला है, और उसके गढ़ों को उजाड़ दिया है।
40. Thou hast broken down all his hedges; thou hast brought his strong holds to ruin.
41. सब बटोही उसको लूट लेते हैं, और उसके पड़ोसियों से उसकी नामधराई होती है।
41. All that pass by the way spoil him; he is a reproach to his neighbours.
42. तू ने उसके द्रोहियों को प्रबल किया; और उसके सब शत्रुओं को आनन्दित किया; और उसके सब शत्रुओं को आनन्दित किया है।
42. Thou hast set up the right hand of his adversaries; thou hast made all his enemies to rejoice.
43. फिर तू उसकी तलवार की धार को मोड़ देता है, और युद्ध में उसके पांव जमने नहीं देता।
43. Thou hast also blunted the edge of his sword and hast not made him to stand in the battle.
44. तू ने उसका तेज हर लिया है और उसके सिंहासन को भूमि पर पटक दिया है।
44. Thou hast made his clarity to cease and cast his throne down to the ground.
45. तू ने उसकी जवानी को घटाया, और उसको लज्जा से ढांप दिया है।।
45. The days of his youth hast thou shortened; thou hast covered him with shame. Selah.
46. हे यहोवा तू कब तक लगातार मूंह फेरे रहेगा, तेरी जलजलाहट कब तक आग की नाईं भड़की रहेगी।।
46. How long, O LORD? wilt thou hide thyself for ever? shall thy wrath burn like fire?
47. मेरा स्मरण कर, कि मैं कैसा अनित्य हूं, तू ने सब मनुष्यों को क्यों व्यर्थ सिरजा है?
47. Remember how short my time is; why hast thou made all men [subject] to vanity?
48. कौन पुरूष सदा अमर रहेगा? क्या कोई अपने प्राण को अधोलोक से बचा सकता है?
48. What man [is he that] lives and shall not see death? shall he deliver his soul from the hand of Sheol? Selah.
49. हे प्रभु तेरी प्राचीनकाल की करूणा कहां रही, जिसके विषय में तू ने अपनी सच्चाई की शपथ दाऊद से खाई थी?
49. Lord, where [are] thy former mercies, [which] thou didst sware unto David in thy truth?
50. हे प्रभु अपने दासों की नामधराई की सुधि कर; मैं तो सब सामर्थी जातियों का बोझ लिए रहता हूं।इब्रानियों 11:26, 1 पतरस 4:14
50. Remember, Lord, the reproach of thy servants; [how] I do bear in my bosom [the reproach of] many peoples,
51. तेरे उन शत्रुओं ने तो हे यहोवा तेरे अभिषिक्त के पीछे पड़कर उसकी नामधराई की है।।इब्रानियों 11:26, 1 पतरस 4:14
51. because thine enemies have dishonoured, O LORD; they have dishonoured the footsteps of thine anointed.
52. यहोवा सर्वदा धन्य रहेगा! आमीन फिर आमीन।।
52. Blessed [be] the LORD for ever. Amen and Amen. Part Four: