4. क्योंकि मैं और मेरी जाति के लोग बेच डाले गए हैं, और हम सब विध्वंसघात और नाश किए जानेवाले हैं। यदि हम केवल दास- दासी हो जाने के लिये बेच डाले जाते, तो मैं चुप रहती; चाहे उस दशा में भी वह विरोधी राजा की हानि भर न सकता।
4. For we are sold, I and my people, to be destroyed, to be slain, and to be annihilated. If we had been sold merely as slaves, men and women, I would have held my peace; for our affliction is not to be compared with the loss to the king.'