15. और आसाप के वंश के गवैये, दाऊद, आसाप, हेमान और राजा के दश यदूतून की आज्ञा के अनुसार अपने अपने स्थान पर रहे, और द्वारपाल एक एक फाटक पर रहे। उन्हें अपना अपना काम छोड़ना न पड़ा, क्योंकि उनके भई लेवियों ने उनके लिये तैयारी की।
15. Forsothe syngeris, the sones of Asaph, stoden in her ordre, bi the comaundement of Dauid, and of Asaph, and of Eman, and of Yditum, the profetis of the kyng; but the porteris kepten bi ech yate, so that thei yeden not awei fro the seruice, sotheli in a poynt; wherfor and dekenes, her britheren, maden redi metis to hem.