18. तब दाऊद राजा भीतर जाकर यहोवा के सम्मुख बैठा, और कहने लगा, हे प्रभु यहोवा, क्या कहूं, और मेरा घराना क्या है, कि तू ने मुझे यहां तक पहुंचा दिया है?
18. Then King David came in, and sat before the Lord, and said, Who am I, O Lord, my Lord, and what [is] my house, that You have loved me [like] this?