14. तब जिस सामान से वेदी पर की सेवा टहल होती है वह सब, अर्थात् उसके करछे, कांटे, फावड़ियां, और कटोरे आदि, वेदी का सारा सामान उस पर रखें; और उसके ऊपर सूइसों की खालों का ओहार बिछाकर वेदी में डण्डों को लगाएं।
14. and they shall put on it all the utensils of the altar, which are used for the service there, the firepans, the forks, the shovels, and the basins, all the utensils of the altar; and they shall spread on it a covering of fine leather, and shall put its poles in place.