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Wycliffe Bible (1395)
Young's Literal Translation (1898)
Cross Reference Bible
1. उसके रोष की छड़ी से दु:ख भोगनेवाला पुरूष मैं ही हूं;
1. I am a man who has seen the suffering that comes from the rod of the Lord's anger.
2. वह मुझे ले जाकर उजियाले में नहीं, अन्धियारे ही में चलाता है;
2. He led me into darkness, not light.
3. उसका हाथ दिन भर मेरे ही विरूद्ध उठता रहता है।
3. He turned his hand against me again and again, all day long.
4. उस ने मेरा मांस और चमड़ा गला दिया है, और मेरी हडि्डयों को तोड़ दिया है;
4. He wore out my flesh and skin and broke my bones.
5. उस ने मुझे रोकने के लिये किला बनाया, और मुझ को कठिन दु:ख और श्रम से घेरा है;
5. He surrounded me with sadness and attacked me with grief.
6. उस ने मुझे बहुत दिन के मरे हुए लोगों के समान अन्धेरे स्थानों में बसा दिया है।
6. He made me sit in the dark, like those who have been dead a long time.
7. मेरे चारों ओर उस ने बाड़ा बान्धा है कि मैं निकल नहीं सकता; उस ने मुझे भारी सांकल से जकड़ा है;
7. He shut me in so I could not get out; he put heavy chains on me.
8. मैं चिल्ला चिल्लाके दोहाई देता हूँ, तौभी वह मेरी प्रार्थता नहीं सुनता;
8. I cry out and beg for help, but he ignores my prayer.
9. मेरे माग को उस ने गढ़े हुए पत्थरों से रोक रखा है, मेरी डगरों को उस ने टेढ़ी कर दिया है।
9. He blocked my way with a stone wall and led me in the wrong direction.
10. वह मेरे लिये घात में बैठे हुए रीछ और घात लगाए हुए सिंह के समान है;
10. He is like a bear ready to attack me, like a lion in hiding.
11. उस ने मुझे मेरे माग से भुला दिया, और मुझे फाड़ डाला; उस ने मुझ को उजाड़ दिया है।
11. He led me the wrong way and let me stray and left me without help.
12. उस ने धनुष चढ़ाकर मुझे अपने तीर का निशाना बनाया है।
12. He prepared to shoot his bow and made me the target for his arrows.
13. उस ने अपनी तीरों से मेरे हृदय को बेध दिया है;
13. He shot me in the kidneys with the arrows from his bag.
14. सब लोग मुझ पर हंसते हैं और दिन भर मुझ पर ढालकर गाीत गाते हैं,
14. I was a joke to all my people, who make fun of me with songs all day long.
15. उस ने मुझे कठिन दु:ख से भर दिया, और नागदौना पिलाकर तृप्त किया है।प्रेरितों के काम 8:23
15. The Lord filled me with misery; he made me drunk with suffering.
16. उस ने मेरे दांतों को कंकरी से तोड़ डाला, और मुझे राख से ढांप दिया है;
16. He broke my teeth with gravel and trampled me into the dirt.
17. और मुझ को मन से उतारकर कुशल से रहित किया है; मैं कल्याण भूल गया हूँ;
17. I have no more peace. I have forgotten what happiness is.
18. इसलिऐ मैं ने कहा, मेरा बल नाश हुआ, और मेरी आश जो यहोवा पर थी, वह टूट गई है।
18. I said, 'My strength is gone, and I have no hope in the Lord.'
19. मेरा दु:ख और मारा मारा फिरना, मेरा नागदौने और- और विष का पीना स्मरण कर !
19. Lord, remember my suffering and my misery, my sorrow and trouble.
20. मैं उन्हीं पर सोचता रहता हूँ, इस से मेरा प्राण ढला जाता है।
20. Please remember me and think about me.
21. परन्तु मैं यह स्मरण करता हूँ, इसीलिये मुझे आशा हैे
21. But I have hope when I think of this:
22. हम मिट नहीं गए; यह यहोवा की महाकरूणा का फल है, क्योंकि उसकी दया अमर है।
22. The Lord's love never ends; his mercies never stop.
23. प्रति भोर वह नई होती रहती है; तेरी सच्चाई महान है।
23. They are new every morning; Lord, your loyalty is great.
24. मेरे मन ने कहा, यहोवा मेरा भाग है, इस कारण मैं उस में आशा रखूंगा।
24. I say to myself, 'The Lord is mine, so I hope in him.'
25. जो यहोवा की बाट जोहते और उसके पास जाते हैं, उनके लिये यहोवा भला है।
25. The Lord is good to those who hope in him, to those who seek him.
26. यहोवा से उठ्ठार पाने की आशा रखकर चुपचाप रहना भला है।
26. It is good to wait quietly for the Lord to save.
27. पुरूष के लिये जवानी में जूआ उठाना भला है।
27. It is good for someone to work hard while he is young.
28. वह यह जानकर अकेला चुपचाप रहे, कि परमेश्वर ही ने उस पर यह बोझ डाला है;
28. He should sit alone and be quiet; the Lord has given him hard work to do.
29. वह अपना मुंह धूल में रखे, कया जाने इस में कुछ आशा हो;
29. He should bow down to the ground; maybe there is still hope.
30. वह अपना गाल अपने मारनेवाले की ओर फेरे, और नामधराई सहता रहे।
30. He should let anyone slap his cheek; he should be filled with shame.
31. क्योंकि प्रभु मन से सर्वदा उतारे नहीं रहता,
31. The Lord will not reject his people forever.
32. चाहे वह दु:ख भी दे, तौभी अपनी करूणा की बहुतायत के कारण वह दया भी करता है;
32. Although he brings sorrow, he also has mercy and great love.
33. क्योंकि वह मनुष्यों को अपने मन से न तो दबाता है और न दु:ख देता है।
33. He does not like to punish people or make them sad.
34. पृथ्वी भर के बंधुओं को पांव के तले दलित करना,
34. He sees if any prisoner of the earth is crushed under his feet;
35. किसी पुरूष का हक़ परमप्रधान के साम्हने मारना,
35. he sees if someone is treated unfairly before the Most High God;
36. और किसी मनुष्य का मुक़ मा बिगाड़ना, इन तीन कामों को यहोवा देख नहीं सकता।
36. the Lord sees if someone is cheated in his case in court.
37. यदि यहोवा ने आज्ञा न दी हो, तब कौन है कि वचन कहे और वह पूरा हो जाए?
37. Nobody can speak and have it happen unless the Lord commands it.
38. विपत्ति और कल्याण, क्या दोनों परमप्रधान की आज्ञा से नहीं होते?
38. Both bad and good things come by the command of the Most High God.
39. सो जीवित मनुष्य क्यों कुड़कुड़ाए? और पुरूष अपने पाप के दण्ड को क्यों बुरा माने?
39. No one should complain when he is punished for his sins.
40. हम अपने चालचलन को ध्यान से परखें, और यहोवा की ओर फिरें !
40. Let us examine and see what we have done and then return to the Lord.
41. हम स्वर्गवासी परमेश्वर की ओर मन लगाएं और हाथ फैलाएं और कहेंे
41. Let us lift up our hands and pray from our hearts to God in heaven:
42. हम ने तो अपराध और बलवा किया है, और तू ने क्ष्मा नहीं किया।
42. 'We have sinned and turned against you, and you have not forgiven us.
43. तेरा कोप हम पर है, तू हमारे पीछे पड़ा है, तू ने बिना तरस खाए घात किया है।
43. You wrapped yourself in anger and chased us; you killed us without mercy.
44. तू ने अपने को मेघ से घेर लिया है कि तुझ तक प्रार्थना न पहुंच सके।
44. You wrapped yourself in a cloud, and no prayer could get through.
45. तू ने हम को जाति जाति के लोगों के बीच में कूड़ा- कर्कट सा ठहराया है।1 कुरिन्थियों 4:13
45. You made us like scum and trash among the other nations.
46. हमारे सब शत्रुओं ने हम पर अपना अपना मुंह फैलाया है;
46. All of our enemies open their mouths and speak against us.
47. भय और गड़हा, उजाड़ और विनाश, हम पर आ पड़े हैं;
47. We have been frightened and fearful, ruined and destroyed.'
48. मेरी आंखों से मेरी प्रजा की पुत्री के विनाश के कारण जल की धाराएं बह रही है।
48. Streams of tears flow from my eyes, because my people are destroyed.
49. मेरी आंख से लगातार आंसू बहते रहेंगे,
49. My tears flow continually, without stopping,
50. जब तक यहोवा स्वर्ग से मेरी ओर न देखे;
50. until the Lord looks down and sees from heaven.
51. अपनी नगरी की सब स्त्रियों का हाल देखने पर मेरा दु:ख बढ़ता है।
51. I am sad when I see what has happened to all the women of my city.
52. जो व्यर्थ मेरे शत्रु बने हैं, उन्हों ने निर्दयता से चिड़िया के समान मेरा आहेर किया है;यूहन्ना 15:25
52. Those who are my enemies for no reason hunted me like a bird.
53. उन्हों ने मुझे गड़हे में डालकर मेरे जीवन का अन्त करने के लिये मेरे ऊपर पत्थर लुढ़काए हैं;
53. They tried to kill me in a pit; they threw stones at me.
54. मेरे सिर पर से जल बह गया, मैं ने कहा, मैं अब नाश हो गया।
54. Water came up over my head, and I said, 'I am going to die.'
55. हे यहोवा, गहिरे गड़हे में से मैं ने तुझ से प्रार्थना की;
55. I called out to you, Lord, from the bottom of the pit.
56. तू ने मेरी सुनी कि जो दोहाई देकर मैं चिल्लाता हूँ उस से कान न फेर ले !
56. You heard me calling, 'Do not close your ears and ignore my gasps and shouts.'
57. जब मैं ने तुझे पुकारा, तब तू ने मुझ से कहा, मत डर !
57. You came near when I called to you; you said, 'Don't be afraid.'
58. हे यहोवा, तू ने मेरा मुक़ मा लड़कर मेरा प्राण बचा लिया है।
58. Lord, you have taken my case and given me back my life.
59. हे यहोवा, जो अन्याय मुझ पर हुआ है उसे तू ने देखा है; तू मेरा न्याय चुका।
59. Lord, you have seen how I have been wronged. Now judge my case for me.
60. जो बदला उन्हों ने मुझ से लिया, और जो कल्पनाएं मेरे विरूद्ध कीं, उन्हें भी तू ने देखा है।
60. You have seen how my enemies took revenge on me and made evil plans against me.
61. हे यहोवा, जो कल्पनाएं और निन्दा वे मेरे विरूद्ध करते हैं, वे भी तू ने सुनी हैं।
61. Lord, you have heard their insults and all their evil plans against me.
62. मेरे विरोधियों के वचन, और जो कुछ भी वे मेरे विरूद्ध लगातार सोचते हैं, उन्हें तू जानता है।
62. The words and thoughts of my enemies are against me all the time.
63. उनका उठना- बैठना ध्यान से देख; वे मुझ पर लगते हुए गीत गाते हैं।
63. Look! In everything they do they make fun of me with songs.
64. हे यहोवा, तू उनके कामों के अनुसार उनको बदला देगा।
64. Pay them back, Lord, for what they have done.
65. तू उनका मन सुन्न कर देगा; तेरा शाप उन पर होगा।
65. Make them stubborn, and put your curse on them.
66. हे यहोवा, तू अपने कोप से उनको खदेड़- खदेड़कर धरती पर से नाश कर देगा।
66. Chase them in anger, Lord, and destroy them from under your heavens.