4. तब पलिश्ती हाकिम उस से क्रोधित हुए; और उस से कहा, उस पुरूष को लौटा दे, कि वह उस स्थान पर जाए जो तू ने उसके लिये ठहराया है; वह हमारे संग लड़ाई में न आने पाएगा, कहीं ऐसा न हो कि वह लड़ाई में हमारा विराधी बन जाए। फिर वह अपने स्वामी से किस रीति से मेल करे? क्या लोगों के सिर कटवाकर न करेगा?
4. But the princes of the Philistines were angry with him, and they said to him: Let this man return, and abide in his place, which thou hast appointed him, and let him not go down with us to battle, lest he be an adversary to us, when we shall begin to fight: for how can he otherwise appease his master, but with our heads?