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1. और हम जो उसके सहकर्मी हैं यह भी समझाते हैं, कि परमेश्वर का अनुगंह जो तुम पर हुआ, व्यर्थ न रहने दो।
1. And we helping do exhort you, that you receive not the grace of God in vain.
2. क्योंकि वह तो कहता है, कि अपनी प्रसन्नता के समय मैं ने तेरी सहायता की: देखो, अभी उद्धार का दिन है।यशायाह 49:8
2. For he saith: In an accepted time have I heard thee; and in the day of salvation have I helped thee. Behold, now is the acceptable time; behold, now is the day of salvation.
3. हम किसी बात में ठोकर खाने का कोई भी अवसर नहीं देते, कि हमारी सेवा पर कोई दोष न आए।
3. Giving no offence to any man, that our ministry be not blamed:
4. परन्तु हर बात में परमेश्वर के सेवकों की नाई अपने सद्गुणों को प्रगट करते हैं, बड़े धैर्य से, क्लेशों से, दरिद्रता से, संकटो से।
4. But in all things let us exhibit ourselves as the ministers of God, in much patience, in tribulation, in necessities, in distresses,
5. कोड़े खाने से, कैद होने से, हुल्लड़ों से, परिश्रम से, जागते रहने से, उपवास करने से।
5. In stripes, in prisons, in seditions, in labours, in watchings, in fastings,
6. पवित्राता से, ज्ञान से, धीरज से, कृपालुता से, पवित्रा आत्मा से।
6. In chastity, in knowledge, in longsuffering, in sweetness, in the Holy Ghost, in charity unfeigned,
7. सच्चे प्रेम से, सत्य के वचन से, परमेश्वर की सामर्थ से; धार्मिकता के हथियारों से जो दहिने, बाएं हैं।
7. In the word of truth, in the power of God; by the armour of justice on the right hand and on the left;
8. आदर और निरादर से, दुरनाम और सुनाम से, यद्यपि भरमानेवालों के ऐसे मालूम होते हैं तौभी सच्चे हैं।
8. By honour and dishonour, by evil report and good report; as deceivers, and yet true; as unknown, and yet known;
9. अनजानों के सदृश्य हैं; तौभी प्रसिद्ध हैं; मरते हुओं के ऐसे हैं और देखों जीवित हैं; मारखानेवालों के सदृश हैं परन्तु प्राण से मारे नहीं जाते।भजन संहिता 118:18
9. As dying, and behold we live; as chastised, and not killed;
10. शोक करनेवाले के समान हैं, परन्तु सर्वदा आनन्द करते हैं, कंगालों के ऐसे हैं, परन्तु बहुतों को धनवान बना देते हैं; ऐसे हैं जैसे हमारे पास कुछ नहीं तौभी सब कुछ रखते हैं।
10. As sorrowful, yet always rejoicing; as needy, yet enriching many; as having nothing, and possessing all things.
11. हे कुरिन्थियों, हम ने खुलकर तुम से बातें की हैं, हमारा हृदय तुम्हारी ओर खुला हुआ है।भजन संहिता 119:32
11. Our mouth is open to you, O ye Corinthians, our heart is enlarged.
12. तुम्हारे लिये हमारे मन में कुछ सकेती नहीं, पर तुम्हारे ही मनों में सकेती है।
12. You are not straitened in us, but in your own bowels you are straitened.
13. पर अपने लड़के- बाले जानकर तुम से कहता हूं, कि तुम भी उसके बदले में अपना हृदय खोल दो।।
13. But having the same recompense, (I speak as to my children,) be you also enlarged.
14. अविश्वासियों के साथ असमान जूए में न जुतो, क्योंकि धार्मिकता और अधर्म का क्या मेल जोल? या ज्योति और अन्धकार की क्या संगति?
14. Bear not the yoke with unbelievers. For what participation hath justice with injustice? Or what fellowship hath light with darkness?
15. और मसीह का बलियाल के साथ क्या लगाव? या विश्वासी के साथ अविश्वासी का क्या नाता?
15. And what concord hath Christ with Belial? Or what part hath the faithful with the unbeliever?
16. और मूरतों के साथ परमेश्वर के मन्दिर का क्या सम्बन्ध? क्योंकि हम तो जीवते परमेश्वर का मन्दिर हैं; जैसा परमेश्वर ने कहा है कि मैं उन में बसूंगा और उन में चला फिरा करूंगा; और मैं उन का परमेश्वर हूंगा, और वे मेरे लोग होंगे।लैव्यव्यवस्था 26:11-12, यिर्मयाह 32:38, यहेजकेल 37:27
16. And what agreement hath the temple of God with idols? For you are the temple of the living God; as God saith: I will dwell in them, and walk among them; and I will be their God, and they shall be my people.
17. इसलिये प्रभु कहता है, कि उन के बीच में से निकलो और अलग रहो; और अशुद्ध वस्तु को मत छूओ, तो मैं तुम्हें ग्रहण करूंगा।यशायाह 52:11, यिर्मयाह 51:45, यहेजकेल 20:33, यहेजकेल 20:41
17. Wherefore, Go out from among them, and be ye separate, saith the Lord, and touch not the unclean thing:
18. और तुम्हारा पिता हूंगा, और तुम मेरे बेटे और बेटियां होगे: यह सर्वशक्तिमान प्रभु परमेश्वर का वचन है।।2 शमूएल 7:8, 2 शमूएल 7:14, यशायाह 43:6, होशे 1:10, आमोस 4:13
18. And I will receive you; and I will be a Father to you; and you shall be my sons and daughters, saith the Lord Almighty.