11. निदान, हे भाइयो, आनन्दित रहो; सिद्ध बनते जाओ; ढाढ़स रखो; एक ही मन रखो; मेल से रहो, और प्रेम और शान्ति का दाता परमेश्वर तुम्हारे साथ होगा।
11. Finally, brethren, farewell. Mend your ways, heed my appeal, agree with one another, live in peace, and the God of love and peace will be with you.