24. फेस्तुस ने कहा; हे महाराजा अग्रिप्पा, और हे सब मनुष्यों जो यहां हमारे साथ हो, तुम इस मनुष्य को देखते हो, जिस के विषय में सारे यहूदियों ने यरूशलेम में और यहां भी चिल्ला चिल्लाकर मुझ से बिनती की, कि इस का जीवित रहना उचित नहीं।
24. তখন ফীষ্ট কহিলেন, হে রাজন্ আগ্রিপ্প, এবং আমাদের সহিত সভাস্থ মহাশয়েরা, আপনারা ইহাকে দেখিতেছেন, ইহার বিষয়ে যিহূদীদের দল সমেত সকল লোক যিরূশালেমে এবং এই স্থানে আমার নিকটে আবেদন করিয়া উচ্চৈঃস্বরে বলিয়াছিল, উহার আর বাঁচিয়া থাকা উচিত নয়।