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1. दो दिन के बाद फसह और अखमीरी रोटी का पर्व्व होनेवाला था: और महायाजक और शास्त्री इस बात की खोज में थे कि उसे क्योंकर छल से पकड़ कर मार डालें।
1. Now the feast of the pasch, and of the Azymes was after two days; and the chief priests and the scribes sought how they might by some wile lay hold on him, and kill him.
2. परन्तु कहते थे, कि पर्व्व के दिन नहीं, कहीं ऐसा न हो कि लोगों मे बलवा मचे।।
2. But they said: Not on the festival day, lest there should be a tumult among the people.
3. जब वह बैतनिरयाह में शमौन कोढ़ी के घर भोजन करने बैठा हुआ था जब एक स्त्री संगमरमर के पात्रा में जटामांसी का बहुमूल्य शुद्ध इत़्रा लेकर आई; और पात्रा तोड़ कर इत्रा को उसके सिर पर उण्डेला।
3. And when he was in Bethania, in the house of Simon the leper, and was at meat, there came a woman having an alabaster box of ointment of precious spikenard: and breaking the alabaster box, she poured it out upon his head.
4. परन्तु कोई कोई अपने मन में रिसियाकर कहने लगे, इस इत्रा को क्यों सत्यनाश किया गया?
4. Now there were some that had indignation within themselves, and said: Why was this waste of the ointment made?
5. क्योकि यह इत्रा तो ती सौ दीनार से अधिक मूल्य में बेचकर कंगालों को बांटा जा सकता था, ओर वे उस को झिड़कने लगे।
5. For this ointment might have been sold for more than three hundred pence, and given to the poor. And they murmured against her.
6. यीशु ने कहा; उसे छोड़ दो; उसे क्यों सताते हो? उस ने तो मेरे साथ भालाई की है।
6. But Jesus said: Let her alone, why do you molest her? She hath wrought a good work upon me.
7. कंगाल तुम्हारे साथ सदा रहते हैं: और तुम जब चाहो तब उन से भलाई कर सकते हो; पर मैं तुम्हारे साथ सदा न रहूंगा।व्यवस्थाविवरण 15:11
7. For the poor you have always with you: and whensoever you will, you may do them good: but me you have not always.
8. जो कुछ वह कर सकी, उस ने किया; उस ने मेरे गाड़े जाने की तैयारी में पहिले से मेरी देह पर इत्रा मला है।
8. She hath done what she could: she is come beforehand to anoint my body for burial.
9. मैं तुम से सच कहता हूं, कि सारे जगत में जहां कहीं सुसमाचार प्रचर किया जाएगा, वहां उसके इस काम की चर्चा भी उसके स्मरण में की जाएगी।।
9. Amen, I say to you, wheresoever this gospel shall be preached in the whole world, that also which she hath done, shall be told for a memorial of her.
10. तब यहूदा इसकरियोती जो बारह में से एक था, महायाजकों के पास गया, कि उसे उन के हाथ पकड़वा दे।
10. And Judas Iscariot, one of the twelve, went to the chief priests, to betray him to them.
11. वे यह सुनकर आनन्दित हुए, और उस को रूपये देना स्वीकार किया, और यह अवसर ढूंढ़ने लगा कि उसे किसी प्रकार पकड़वा दे।।
11. Who hearing it were glad; and they promised him they would give him money. And he sought how he might conveniently betray him.
12. अखमीरी रोटी के पर्व्व के पहिले दिन, जिस में से फसह का बलिदान करते थे, उसके चेलों ने उस से पूछा, तू कहां चाहता है, कि हम जाकर तेरे लिये फसह खाने की तैयारी करे?निर्गमन 12:6, निर्गमन 12:15
12. Now on the first day of the unleavened bread, when they sacrificed the pasch, the disciples say to him: Whither wilt thou that we go, and prepare for thee to eat the pasch?
13. उस ने अपने चेलों में से दो को यह कहकर भेजा, कि नगर में जाओ, और एक मनुष्य जल का घड़ा उठाए, हुए तुम्हें मिलेगा, उसके पीछे हो लेना।
13. And he sendeth two of his disciples, and saith to them: Go ye into the city; and there shall meet you a man carrying a pitcher of water, follow him;
14. और वह जिस घर में जाए उस घर के स्वामी से कहना; गुरू कहता है, कि मेरी पाहुनशाला जिस में मैं अपने चेलों के साथ फसह खाऊं कहां है?
14. And whithersoever he shall go in, say to the master of the house, The master saith, Where is my refectory, where I may eat the pasch with my disciples?
15. वह तुम्हें एक सजी सजाई, और तैयार की हुई बड़ी अटारी दिखा देगा, वहां हमारे लिये तैयारी करो।
15. And he will shew you a large dining room furnished; and there prepare ye for us.
16. सो चेले निकलकर नगर में आये और जैसा उस ने उन से कहा था, वैसा की पाया, और फसह तैयार किया।।
16. And his disciples went their way, and came into the city; and they found as he had told them, and they prepared the pasch.
17. जब सांझ हुई, तो वह बारहों के साथ आया।
17. And when evening was come, he cometh with the twelve.
18. और जब वे बैठे भोजन कर रहे थे, तो यीशु ने कहा; मैं तुम से सच कहता हूं, कि तुम में से एक, जो मेरे साथ भोजन कर रहा है, मुझे पकड़वाएगा।भजन संहिता 41:9
18. And when they were at table and eating, Jesus saith: Amen I say to you, one of you that eateth with me shall betray me.
19. उन पर उदासी छा गई और वे एक एक करके उस से कहने लगे; क्या वह मैं हूं?
19. But they began to be sorrowful, and to say to him one by one: Is it I?
20. उस ने उन से कहा, वह बारहों में से एक है, जो मेरे साथ थाली में हाथ डालता है।
20. Who saith to them: One of the twelve, who dippeth with me his hand in the dish.
21. क्योंकि मनुष्य का पुत्रा तो, जैसा उसके विषय में लिखा है, जाता ही है; परन्तु उस मनुष्य पर हाय जिस के द्वारा मनुष्य का पुत्रा पकड़वाया जाता है! यदि उस मनुष्य का जन्म ही न होताख् तो उसके लिये भला होता।।
21. And the Son of man indeed goeth, as it is written of him: but woe to that man by whom the Son of man shall be betrayed. It were better for him, if that man had not been born.
22. और जब वे खा ही रहे थे तो उस ने रोटी ली, और आशीष मांगकर तोड़ी, और उनहें दी, और कहा, लो, यह मेरी देह है।
22. And whilst they were eating, Jesus took bread; and blessing, broke, and gave to them, and said: Take ye. This is my body.
23. फिर उस ने कटोरा लेकर धन्यवाद किया, और उन्हें दिया; और उन सब ने उस में से पीया।
23. And having taken the chalice, giving thanks, he gave it to them. And they all drank of it.
24. और उस ने उन से कहा, यह वाचा का मेरा वह लोहू है, जो बहुतों के लिये बहाया जाता है।निर्गमन 24:8, जकर्याह 9:11
24. And he said to them: This is my blood of the new testament, which shall be shed for many.
25. मैं तुम से सच कहता हूं, कि दाख का रस उस दिन तक फिर कभी न पीऊंगा, जब तक परमेश्वर के राज्य में नया न पीऊं।।
25. Amen I say to you, that I will drink no more of the fruit of the vine, until that day when I shall drink it new in the kingdom of God.
26. फिर वे भजन गाकर बाहर जैतून के पहाड़ पर गए।।
26. And when they had said an hymn, they went forth to the mount of Olives.
27. तब यीशु ने उन से कहा; तुम सब ठोकर खाओगे, क्योंकि लिखा है, कि मैं रखवाले को मारूंगा, और भेड़ तित्तर बित्तर हो जाएंगी।जकर्याह 13:7
27. And Jesus saith to them: You will all be scandalized in my regard this night; for it is written, I will strike the shepherd, and the sheep shall be dispersed.
28. परन्तु मैं अपने जी उठने के बाद तुम से पहिले गलील को जाऊंगा।
28. But after I shall be risen again, I will go before you into Galilee.
29. पतरस ने उस से कहा; यदि एक ठोकर खाएं तो खांए, पर मैं ठोकर नहीं खाऊंगा।
29. But Peter saith to him: Although all shall be scandalized in thee, yet not I.
30. यीशु ने उस से कहा; मैं तुझ से सच कहता हूं, कि आज ही इसी रात को मुर्गे के दो बार बांग देने से पहिले, तू तीन बार मुझ से मुकर जाएगा।
30. And Jesus saith to him: Amen I say to thee, today, even in this night, before the cock crow twice, thou shall deny me thrice.
31. पर उस ने और भी जोर देकर कहा, यदि मुझे तेरे साथ मरना भी पड़े तौभी तेरा इन्कार कभी न करूंगा: इसी प्रकार और सब ने भी कहा।।
31. But he spoke the more vehemently: Although I should die together with thee, I will not deny thee. And in like manner also said they all.
32. फिर वे गतसमने नाम एक जगह में आए, और उस ने अपने चेलों से कहा, यहां बैठे रहो, जब तक मैं प्रार्थना करूं।
32. And they came to a farm called Gethsemani. And he saith to his disciples: Sit you here, while I pray.
33. और वह पतरस और याकूब और यूहन्ना को अपने साथ ले गया: और बहुत ही अधीर, और व्याकुल होने लगा।
33. And he taketh Peter and James and John with him; and he began to fear and to be heavy.
34. और उन से कहा; मेरा मन बहुत उदास है, यहां तक कि मैं मरने पर हूं: तुम यहां ठहरो, और जागते रहो।भजन संहिता 42:5, भजन संहिता 42:11, भजन संहिता 43:5, योना 4:9
34. And he saith to them: My soul is sorrowful even unto death; stay you here, and watch.
35. और वह थोड़ा आगे बढ़ा, और भूमि पर गिरकर प्रार्थना करने लगा, कि यदि हो सके तो यह घड़ी मुझ पर से टल जाए।
35. And when he was gone forward a little, he fell flat on the ground; and he prayed, that if it might be, the hour might pass from him.
36. और कहा, हे अब्बा, हे पिता, तुझ से सब कुछ हो सकता है; इस कटोरे को मेरे पास से हटा ले: तौभी जैसा मैं चाहता हूं वैसा नहीं, पर जो तू चाहता है वही हो।
36. And he saith: Abba, Father, all things are possible to thee: remove this chalice from me; but not what I will, but what thou wilt.
37. फिर वह आया, और उन्हें सोते पाकर पतरस से कहा; हे शमौन तू सो रहा है? क्या तू एक घड़ी भी न जाग सका?
37. And he cometh, and findeth them sleeping. And he saith to Peter: Simon, sleepest thou? couldst thou not watch one hour?
38. जागते और प्रार्थना करते रहो कि तुम परीक्षा में न पड़ो: आत्मा तो तैयार है, पर शरीर दुर्बल है।
38. Watch ye, and pray that you enter not into temptation. The spirit indeed is willing, but the flesh is weak.
39. और वह फिर चला गया, और वही बात कहकर प्रार्थना की।
39. A going away again, he prayed, saying the same words.
40. और फिर आकर उन्हें सोते पाया, क्योंकि उन की आंखे नींद से भरी थीं; और नहीं जानते थे कि उसे क्या उत्तर दें।
40. And when he returned, he found them again asleep, (for their eyes were heavy,) and they knew not what to answer him.
41. फिर तीसरी बार आकर उन से कहा; अब सोते रहो और विश्राम करो, बस, घड़ी आ पहुंची; देखो मनुष्य का पुत्रा पापियों के हाथ पकड़वाया जाता है।
41. And he cometh the third time, and saith to them: Sleep ye now, and take your rest. It is enough: the hour is come: behold the Son of man shall be betrayed into the hands of sinners.
42. उठो, चलें: देखो, मेरा पकड़वानेवाला निकट आ पहुंचा है।।
42. Rise up, let us go. Behold, he that will betray me is at hand.
43. वह यह कह ही रहा था, कि यहूदा जो बारहों में से था, अपने साथ महायाजकों और शास्त्रियों और पुरनियों की ओर से एक बड़ी भीड़ तलवारें और लाठियां लिए हुए तुरन्त आ पहुंची।
43. And while he was yet speaking, cometh Judas Iscariot, one of the twelve: and with him a great multitude with swords and staves, from the chief priests and the scribes and the ancients.
44. और उसके पकड़नेवाले ने उन्हें यह पता दिया था, कि जिस को मैं चूमूं वही है, उसे पकड़कर यतन से ले जाना।
44. And he that betrayed him, had given them a sign, saying: Whomsoever I shall kiss, that is he; lay hold on him, and lead him away carefully.
45. और वह आया, और तुरन्त उसके पास जाकर कहा; हे रब्बी और उस को बहुत चूमा।
45. And when he was come, immediately going up to him, he saith: Hail, Rabbi; and he kissed him.
46. तब उन्हों ने उस पर हाथ डालकर उसे पकड़ लिया।
46. But they laid hands on him, and held him.
47. उन में से जो पास खड़े थे, एक ने तलवार खींच कर महायाजक के दास पर चलाई, और उसका कान उड़ा दिया।
47. An one of them that stood by, drawing a sword, struck a servant of the chief priest, and cut off his ear.
48. यीशु ने उन से कहा; क्या तुम डाकू जानकर मेरे पकड़ने के लिये तलवारें और लाठियां लेकर निकले हो?
48. And Jesus answering, said to them: Are you come out as to a robber, with swords and staves to apprehend me?
49. मैं तो हर दिन मन्दिर में तुम्हारे साथ रहकर उपदेश दिया करता था, और तब तुम ने मुझे न पकड़ा: परन्तु यह इसलिये हुआ है कि पवित्रा शास्त्रा की बातें पूरी हों।
49. I was daily with you in the temple teaching, and you did not lay hands on me. But that the scriptures may be fulfilled.
50. इस पर सब चेले उसे छोड़कर भाग गए।।जकर्याह 13:7
50. Then his disciples leaving him, all fled away.
51. और एक जवान अपनी नंगी देह पर चादर ओढ़े हुए उसके पीदे हो लिया; और लोगों ने उसे पकड़ा।
51. And a certain young man followed him, having a linen cloth cast about his naked body; and they laid hold on him.
52. पर वह चादर छोड़कर नंगा भाग गया।।
52. But he, casting off the linen cloth, fled from them naked.
53. फिर वे यीशु को महायाजक के पास ले गए; और सब महायाजक और पुरनिए और शास्त्री उसके यहां इकट्ठे हो गए।
53. And they brought Jesus to the high priest; and all the priests and the scribes and the ancients assembled together.
54. पतरस दूर ही दूर से उसके पीछे पीछे महायाजक के आंगन के भीतर तक गया, और प्यादों के साथ बैठ कर आग तापने लगा।
54. And Peter followed him from afar off, even into the court of the high priest; and he sat with the servants at the fire, and warmed himself.
55. महायाजक और सारी महासभा यीशु के मार डालने के लिये उसके विरोध में गवाही की खोज में थे, पर न मिली।
55. And the chief priests and all the council sought for evidence against Jesus, that they might put him to death, and found none.
56. क्योंकि बहुतेरे उसके विरोध में झूठी गवाही दे रहे थे, पर उन की गवाही एक सी न थी।
56. For many bore false witness against him, and their evidences were not agreeing.
57. तब कितनों ने उठकर उस पर यह झूठी गवाही दी।
57. And some rising up, bore false witness against him, saying:
58. कि हम ने इसे यह कहते सुना है कि मैं इस हाथ के बनाए हुए मन्दिर को ढ़ा दूंगा, और तीन दिन में दूसरा बनाऊंगा, जो हाथ से न बना हो।
58. We heard him say, I will destroy this temple made with hands, and within three days I will build another not made with hands.
59. इस पर भी उन की गवाही एक सी न निकली।
59. And their witness did not agree.
60. तब महायाजक ने बीच में खड़े होकर यीशु से पूछा; कि तू कोई उत्तर नहीं देता? ये लोग तेरे विरोध में क्या गवाही देते हैं?यशायाह 53:7
60. And the high priest rising up in the midst, asked Jesus, saying: Answerest thou nothing to the things that are laid to thy charge by these men?
61. परन्तु वह मौन साधे रहा, और कुछ उत्तर न दिया: महायाजक ने उस से फिर पूछा, क्या तू उस परम धन्य का पुत्रा मसीह है?यशायाह 53:7
61. But he held his peace, and answered nothing. Again the high priest asked him, and said to him: Art thou the Christ the Son of the blessed God?
62. यीशु ने कहा; हां मैं हूं: और तुम मनुष्य के पुत्रा को सर्वशक्तिमान की दहिनी और बैठे, और आकाश के बादलों के साथ आते देखोगे।भजन संहिता 110:1-2, दानिय्येल 7:13
62. And Jesus said to him: I am. And you shall see the Son of man sitting on the right hand of the power of God, and coming with the clouds of heaven.
63. तब महायाजक ने अपने वस्त्रा फाड़कर कहा; अब हमें गवाहों का क्या प्रयोजन है?गिनती 14:6
63. Then the high priest rending his garments, saith: What need we any further witnesses?
64. तुम ने यह निन्दा सुनी: तुम्हारी क्या राय है उन सब ने कहा, वह वध के योग्य है।लैव्यव्यवस्था 24:16
64. You have heard the blasphemy. What think you? Who all condemned him to be guilty of death.
65. तब कोई तो उस पर थूकने, और कोई उसका मुंह ढांपने और उसे घूसे मारने, और उस से कहने लगे, कि भविष्यद्वाणी कर: और प्यादों ने उसे लेकर थप्पड़ मारे।।
65. And some began to spit on him, and to cover his face, and to buffet him, and to say unto him: Prophesy: and the servants struck him with the palms of their hands.
66. जब पतरस नीचे आंगन में था, तो महायाजक की लौंडियों में से एक वहां आई।
66. Now when Peter was in the court below, there cometh one of the maidservants of the high priest.
67. और पतरस को आग तापते देखकर उस पर टकटकी लगाकर देखा और कहने लगी, तू भी तो उस नासरी यीशु के साथ था।
67. And when she had seen Peter warming himself, looking on him she saith: Thou also wast with Jesus of Nazareth.
68. वह मुकर गया, और कहा, कि मैं तो नहीं जानता औश्र नहीं समझता कि तू क्या कह रही है: फिर वह बाहर डेवढ़ी में गया; और मुर्गे ने बांग दी।
68. But he denied, saying: I neither know nor understand what thou sayest. And he went forth before the court; and the cock crew.
69. वह लौंडी उसे देखकर उन से जो पास खड़े थे, फिर कहने लगी, कि उन में से एक है।
69. And again a maidservant seeing him, began to say to the standers by: This is one of them.
70. परन्तु वह फिर मुकर गया और थोड़ी देर बाद उन्हों ने जो पास खड़े थे फिर पतरस से कहा; निश्चय तू उन में से एक है; क्योंकि तू गलीली भी है।
70. But he denied again. And after a while they that stood by said again to Peter: Surely thou art one of them; for thou art also a Galilean.
71. तब वह धिक्कार देन और शपथ खाने लगा, कि मैं उस मनुष्य को, जिस की तुम चर्चा करते हो, नहीं जानता।
71. But he began to curse and to swear, saying; I know not this man of whom you speak.
72. तब तुरन्त दूसरी बार मुर्ग ने बांग दी: पतरस को यह बात जो यीशु ने उस से कही थी स्मरण आई, कि मुर्ग के दो बार बांग देने से पहिले तू तीन बार मेरा इन्कार करेगा: वह इस बात को सोचकर रोने लगा।।
72. And immediately the cock crew again. And Peter remembered the word that Jesus had said unto him: Before the cock crow twice, thou shalt thrice deny me. And he began to weep.