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1. फिर वह वहां से उठकर यहूदिया के सिवानों में और यरदन के पार आया, और भीड़ उसके पास फिर इकट्ठी हो गई, और वह अपनी रीति के अनुसार उन्हें फिर उपदेश देने लगा।
1. After leaving there, he came into the territory of Judaea and Transjordan. And again crowds gathered round him, and again he taught them, as his custom was.
2. तब फरीसियों ने उसके पास आकर उस की परीक्षा करने को उस से पूछा, क्या यह उचित है, कि पुरूष अपनी पत्नी को त्यागे?
2. Some Pharisees approached him and asked, 'Is it lawful for a man to divorce his wife?' They were putting him to the test.
3. उस ने उन को उत्तर दिया, कि मूसा ने तुम्हें क्या आज्ञा दी है?
3. He answered them, 'What did Moses command you?'
4. उन्हों ने कहा, मूसा ने त्याग पत्रा लिखने और त्यागने की आज्ञा दी है।व्यवस्थाविवरण 24:1-3
4. They replied, 'Moses allowed us to draw up a writ of dismissal in cases of divorce.'
5. यीशु ने उन से कहा, कि तुम्हारे मन की कठोरता के कारण उस ने तुम्हारे लिये यह आज्ञा लिखी।
5. Then Jesus said to them, 'It was because you were so hard hearted that he wrote this commandment for you.
6. पर सृष्टि के आरम्भ से परमेश्वर ने नर और नारी करके उन को बनाया है।उत्पत्ति 1:27, उत्पत्ति 5:2
6. But from the beginning of creation he made them male and female.
7. इस कारण मनुष्य अपने माता- पिता से अलग होकर अपनी पत्नी के साथ रहेगा, और वे दोनों एक तन होंगे।उत्पत्ति 2:24
7. This is why a man leaves his father and mother,
8. इसलिये वे अब दो नहीं पर एक तन हैं।उत्पत्ति 2:24
8. and the two become one flesh. They are no longer two, therefore, but one flesh.
9. इसलिये जिसे परमेश्वर ने जोड़ा है उसे मनुष्य अलग न करे।
9. So then, what God has united, human beings must not divide.'
10. और घर में चेलों ने इस के विषय में उस से फिर पूछा।
10. Back in the house the disciples questioned him again about this,
11. उस ने उन से कहा, जो कोई अपनी पत्नी को त्यागकर दूसरी से ब्याह करे तो वह उस पहिली के विरोध में व्यभिचार करता है।
11. and he said to them, 'Whoever divorces his wife and marries another is guilty of adultery against her.
12. और यदि पत्नी अपने पति को छोड़कर दूसरे से ब्याह करे, तो वह व्यभिचार करता है।
12. And if a woman divorces her husband and marries another she is guilty of adultery too.'
13. फिर लोग बालकों को उसके पास लाने लगे, कि वह उन पर हाथ रखे, पर चेलों ने उनको डांटा।
13. People were bringing little children to him, for him to touch them. The disciples scolded them,
14. यीशु ने यह देख क्रुध होकर उन से कहा, बालकों को मेरे पास आने दो और उन्हें मना न करो, क्योंकि परमेश्वर का राज्य ऐसों ही का है।
14. but when Jesus saw this he was indignant and said to them, 'Let the little children come to me; do not stop them; for it is to such as these that the kingdom of God belongs.
15. मैं तुम से सच कहता हूं, कि जो कोई परमेश्वर के राज्य को बालक की नाई ग्रहण न करे, वह उस में कभी प्रवेश करने न पाएगा।
15. In truth I tell you, anyone who does not welcome the kingdom of God like a little child will never enter it.'
16. और उस ने उन्हें गोद में लिया, और उन पर हाथ रखकर उन्हें आशीष दी।।
16. Then he embraced them, laid his hands on them and gave them his blessing.
17. और जब वह निकलकर मार्ग में जाता था, तो एक मनुष्य उसके पास दौड़ता हुआ आया, और उसके आगे घुटने टेककर उस से पूछा? हे उत्तम गुरू, अनन्त जीवन का अधिकारी होने के लिये मैं क्यां करूं?
17. He was setting out on a journey when a man ran up, knelt before him and put this question to him, 'Good master, what must I do to inherit eternal life?'
18. यीशु ने उस से कहा, तू मुझे उत्तम क्यों कहता है? कोई उत्तम नहीं, केवल एक अर्थात् परमेश्वर।
18. Jesus said to him, 'Why do you call me good? No one is good but God alone.
19. तू आज्ञाओं को तो जानता है; हत्या न करना, व्यभिचार न करना, चोरी न करना, झूठी गवाही न देना, छल न करना, अपने पिता और अपनी माता का आदर करना।निर्गमन 20:12, निर्गमन 20:13-16, व्यवस्थाविवरण 5:16, व्यवस्थाविवरण 5:17-20, व्यवस्थाविवरण 24:14
19. You know the commandments: You shall not kill; You shall not commit adultery; You shall not steal; You shall not give false witness; You shall not defraud; Honour your father and mother.'
20. उस ने उस से कहा, हे गुरू, इन सब को मैं लड़कपन से मानता आया हूं।
20. And he said to him, 'Master, I have kept all these since my earliest days.'
21. यीशु ने उस पर दृष्टि करके उस से प्रेम किया, और उस से कहा, तुझ में एक बात की घटी है; जा, जो कुछ तेरा है, उसे बेच कर कंगालों को दे, और तुझे स्वर्ग में धन मिलेगा, और आकर मेरे पीछे हो ले।
21. Jesus looked steadily at him and he was filled with love for him, and he said, 'You need to do one thing more. Go and sell what you own and give the money to the poor, and you will have treasure in heaven; then come, follow me.'
22. इस बात से उसके चिहरे पर उदासी छा गई, और वह शोक करता हुआ चला गया, क्योंकि वह बहुत धनी था।
22. But his face fell at these words and he went away sad, for he was a man of great wealth.
23. यीशु ने चारों ओर देखकर अपने चेलों से कहा, धनवानों को परमेश्वरके राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!
23. Jesus looked round and said to his disciples, 'How hard it is for those who have riches to enter the kingdom of God!'
24. यीशु ने चारों और देखकर अपने चेलों से कहा, धनवानों को परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!यशायाह 52:14
24. The disciples were astounded by these words, but Jesus insisted, 'My children,' he said to them, 'how hard it is to enter the kingdom of God!
25. चेले उस की बातों से अचम्भित हुए, इस पर यीशु ने फिर उन को उत्तर दिया, हे बालको, जो धन पर भरोसा रखते हैं, उन के लिये परमेश्वर के राज्य में प्रवेश करना कैसा कठिन है!
25. It is easier for a camel to pass through the eye of a needle than for someone rich to enter the kingdom of God.'
26. वे बहुत ही चकित होकर आपस में कहने लगे तो फिर किस का उद्धार हो सकता है।
26. They were more astonished than ever, saying to one another, 'In that case, who can be saved?'
27. यीशु ने उन की ओर देखकर कहा, मनुष्यों से तो यह नहीं हो सकता, परन्तु परमेश्वर से हो सकता है; क्योंकि परमेश्वर से सब कुछ हो सकता है।उत्पत्ति 18:14, अय्यूब 42:2, जकर्याह 8:6
27. Jesus gazed at them and said, 'By human resources it is impossible, but not for God: because for God everything is possible.'
28. पतरस उस से कहने लगा, कि देख, हम तो सब कुछ छोड़कर तेरे पीछे हो लिये हैं।
28. Peter took this up. 'Look,' he said to him, 'we have left everything and followed you.'
29. यीशु ने कहा, मैं तुम से सच कहता हूं, कि ऐसा कोई नहीं, जिस ने मेरे और सुसमाचार के लिये घर या भाइयों या बहिनों या माता या पिता या लड़के- बालों या खेतों को छोड़ दिया हो।
29. Jesus said, 'In truth I tell you, there is no one who has left house, brothers, sisters, mother, father, children or land for my sake and for the sake of the gospel
30. और अब इस समय सौ गुणा न पाए, घरों और भाइयों और बहिनों और माताओं और लड़के- बालों और खेतों को पर उपद्रव के साथ और परलोक में अनन्त जीवन।
30. who will not receive a hundred times as much, houses, brothers, sisters, mothers, children and land -- and persecutions too -- now in this present time and, in the world to come, eternal life.
31. पर बहुतेरे जो पहिले हैं, पिछले होंगे; और जो पिछले हैं, वे पहिले होंगे।
31. Many who are first will be last, and the last, first.'
32. और वे यरूशलेम को जाते हुए मार्ग में थे, और यीशु उन के आगे आगे जा रहा था: और वे अचम्भा करने लगे और जो उसके पीछे पीछे चलते थे डरने लगे, तब वह फिर उन बारहों को लेकर उन से वे बातें कहने लगा, जो उस पर आनेवाली थीं।
32. They were on the road, going up to Jerusalem; Jesus was walking on ahead of them; they were in a daze, and those who followed were apprehensive. Once more taking the Twelve aside he began to tell them what was going to happen to him,
33. कि देखो, हम यरूशलेम को जाते हैं, और मनुष्य का पुत्रा महायाजकों और शास्त्रियों के हाथ पकड़वाया जाएगा, और वे उस को घात के योग्य ठहराएंगे, और अन्यजातियों के हाथ में सौंपेंगे।
33. 'Now we are going up to Jerusalem, and the Son of man is about to be handed over to the chief priests and the scribes. They will condemn him to death and will hand him over to the gentiles,
34. और वे उस को ठट्ठों में उड़ाएंगे, और उस पर थूकेंगे, और उसे कोड़े मारेंगे, और उसे घात करेंगे, और तीन दिन के बाद वह जी उठेगा।।
34. who will mock him and spit at him and scourge him and put him to death; and after three days he will rise again.'
35. तब जब्दी के पुत्रा याकूब और यूहन्ना ने उसके पास आकर कहा, हे गुरू, हम चाहते हैं, कि जो कुछ हम तुझ से मांगे, वही तू हमारे लिये करे।
35. James and John, the sons of Zebedee, approached him. 'Master,' they said to him, 'We want you to do us a favour.'
36. उस ने उन से कहा, तुम क्या चाहते हो कि मैं तुम्हारे लिये करूं?
36. He said to them, 'What is it you want me to do for you?'
37. उन्हों ने उस से कहा, कि हमें यह दे, कि तेरी महिमा में हम में से एक तेरे दहिने और दूसरा तेरे बांए बैठे।
37. They said to him, 'Allow us to sit one at your right hand and the other at your left in your glory.'
38. यीशु न उन से कहा, तुम नहीं जानते, कि क्या मांगते हो? जो कटोरा मैं पीने पर हूं, क्या पी सकते हो? और जो बपतिस्मा मैं लेने पर हूं, क्या ले सकते हो?
38. But Jesus said to them, 'You do not know what you are asking. Can you drink the cup that I shall drink, or be baptised with the baptism with which I shall be baptised?'
39. उन्हों ने उस से कहा, हम से हो सकता है: यीशु ने उन से कहा: जो कटोरा मैं पीने पर हूं, तुम पीओंगे; और जो बपतिस्मा मैं लेने पर हूं, उसे लोगे।
39. They replied, 'We can.' Jesus said to them, 'The cup that I shall drink you shall drink, and with the baptism with which I shall be baptised you shall be baptised,
40. पर जिन के लिये तैयार किया गया है, उन्हें छोड़ और किसी को अपने दहिने और अपने बाएं बिठाना मेरा काम नहीं।
40. but as for seats at my right hand or my left, these are not mine to grant; they belong to those to whom they have been allotted.'
41. यह सुनकर दसों याकूब और यूहन्ना पर रिसियाने लगे।
41. When the other ten heard this they began to feel indignant with James and John,
42. और यीशु ने उन को पास बुला कर उन से कहा, तुम जानते हो, कि जो अन्यजातियों के हाकिम समझे जाते हैं, वे उन पर प्रभुता करते हैं; और उन में जो बड़ें हैं, उन पर अधिकार जताते हैं।
42. so Jesus called them to him and said to them, 'You know that among the gentiles those they call their rulers lord it over them, and their great men make their authority felt.
43. पर तुम में ऐसा नहीं है, बरन जो कोई तुम में बड़ा होना चाहे वह तुम्हारा सेवक बने।
43. Among you this is not to happen. No; anyone who wants to become great among you must be your servant,
44. और जो कोई तुम में प्रधान होना चाहे, वह सब का दास बने।
44. and anyone who wants to be first among you must be slave to all.
45. क्योंकि मनुष्य का पुत्रा इसलिये नहीं आया, कि उस की सेवा अहल की जाए, पर इसलिये आया, कि आप सेवा टहल करे, और बहुतों की छुड़ौती के लिये अपना प्राण दे।।
45. For the Son of man himself came not to be served but to serve, and to give his life as a ransom for many.'
46. और वे यरीहो में आए, और जब वह और उसके चेले, और एक बड़ी भीड़ यरीहो से निकलती थी, तो तिमाई का पुत्रा बरतिमाई एक अन्धा भिखारी सड़क के किनारे बैठा था।
46. They reached Jericho; and as he left Jericho with his disciples and a great crowd, Bartimaeus -- that is, the son of Timaeus -- a blind beggar, was sitting at the side of the road.
47. वह यह सुनकर कि यीशु नासरी है, पुकार पुकार कर कहने लगा; कि हे दाऊद की सन्तान, यीशु मुझ पर दया कर।
47. When he heard that it was Jesus of Nazareth, he began to shout and cry out, 'Son of David, Jesus, have pity on me.'
48. बहुतों ने उसे डांटा कि चुप रहे, पर वह और भी पुकारने लगा, कि हे दाऊद की सन्तान, मुझ पर दया कर।
48. And many of them scolded him and told him to keep quiet, but he only shouted all the louder, 'Son of David, have pity on me.'
49. तब यीशु ने ठहरकर कहा, उसे बुलाओ; और लोगों ने उस अन्धे को बुलाकर उस से कहा, ढाढ़स बान्ध, उठ, वह तुझे बुलाता है।
49. Jesus stopped and said, 'Call him here.' So they called the blind man over. 'Courage,' they said, 'get up; he is calling you.'
50. वह अपना कपड़ा फेंककर शीघ्र उठा, और यीशु के पास आया।
50. So throwing off his cloak, he jumped up and went to Jesus.
51. इस पर यीशु ने उस से कहा; तू क्या चाहता है कि मैं तेरे लिये करूं? अन्धे ने उस से कहा, हे रब्बी, यह कि मैं देखने लगूं।
51. Then Jesus spoke, 'What do you want me to do for you?' The blind man said to him, 'Rabbuni, let me see again.'
52. यीशु ने उस से कहा; चला जा, तेरे विश्वास ने तुझे चंगा कर दिया है: और वह तुरन्त देखने लगा, और मार्ग में उसके पीछे हो लिया।।
52. Jesus said to him, 'Go; your faith has saved you.' And at once his sight returned and he followed him along the road.