5. यहोवा का यह वचन है कि जो भविष्यद्वक्ता मेरी प्रजा को भटका देते हैं, और जब उन्हें खाने को मिलता है तब शान्ति, शान्ति, पुकारते हैं, और यदि कोई उनके मुंह में कुछ न दे, तो उसके विरूद्ध युद्ध करते को तैयार हो जाते हैं।
5. যে ভাববাদিগণ আমার প্রজাদিগকে ভ্রান্ত করে, যাহারা দন্ত দিয়া দংশন করে, আর বলিয়া উঠে, ‘শান্তি,’ কিন্তু তাহাদের মুখে যে ব্যক্তি কিছু না দেয়, তাহার সহিত যুদ্ধ নিরূপণ করে, তাহাদের বিরুদ্ধে সদাপ্রভু এই কথা কহেন,