33. कोई उसके गुण अवगुण न विचारे, और न उसको बदले; और यदि कोई उसको बदल भी ले, तो वह और उसका बदला दोनों पवित्रा ठहरें; और वह कभी छुड़ाया न जाए।।
33. it schal not be chosun, nether good, nether yuel; nethir it schal be chaungid for another; if ony man chaungith, bothe that, that is chaungid, and that, for which it is chaungid, schal be halewid to the Lord, and it schal not be ayenbouyt.