10. वह उसे किसी प्रकार से न बदले, न तो वह बुरे की सन्ती अच्छा, और न अच्छे की सन्ती बुरा दे; और यदि वह उस पशु की सन्ती दूसरा पशु दे, तो वह और उसका बदला दोनों पवित्रा ठहरेंगे।
10. And cannot be changed, that is to say, neither a better for a worse, nor a worse for a better. And if he shall change it: both that which was changed, and that for which it was changed, shall be consecrated to the Lord.