28. परन्तु अपनी सारी वस्तुओं में से जो कुछ कोई यहोवा के लिये अर्पण करे, चाहे मनुष्य हो चाहे पशु, चाहे उसकी निज भूमि का खेत हो, ऐसी कोई अर्पण की हुई वस्तु न तो बेची जाए और न छुड़ाई जाए; जो कुछ अर्पण किया जाए वह यहोवा के लिये परमपवित्रा ठहरे।
28. Notwithstandyng, nothyng seperate from the common vse that a man doth seperate vnto the Lorde of all that he hath, whether it be man or beast, or lande of his inheritaunce, may be solde or redeemed: for euery thyng seperate from the common vse, is most holy vnto the Lorde.