14. क्योंकि शरीर का प्राण जो है वह उसका लोहू ही है जो उसके प्राण के साथ एक है; इसी लिये मैं इस्त्राएलियों से कहता हूं, कि किसी प्रकार के प्राणी के लोहू को तुम न खाना, क्योंकि सब प्राणियों का प्राण उनका लोहू ही है; जो कोई उसको खाए वह नाश किया जाएगा।
14. কেননা প্রত্যেক প্রাণীর রক্তই প্রাণ, তাহাই তাহার প্রাণস্বরূপ; এই জন্য আমি ইস্রায়েল-সন্তানগণকে কহিলাম, তোমরা কোন প্রাণীর রক্ত ভোজন করিবে না, কেননা প্রত্যেক প্রাণীর রক্তই তাহার প্রাণ; যে কেহ তাহা ভোজন করিবে, সে উচ্ছিন্ন হইবে।