1. फिर वह मुझे भवन के द्वार पर लौटा ले गया; और भवन की डेवढ़ी के नीचे से एक सोता निकलकर पूर्व ओर बह रहा था। भवन का द्वार तो पूर्वमुखी था, और सोता भवन के पूर्व और वेदी के दक्खिन, नीचे से निकलता था।
प्रकाशितवाक्य 22:1
1. Then he brought me back unto the entrance of the house, and lo! waters coming forth from under the threshold of the house eastward, because the front of the house, was to the east, and the waters, were coming down from beneath, from the right side of the house, on the south of the altar.