1. हमारी बंधुआई के पच्चीसवें वर्ष अर्थात् यरूशलेम नगर के ले लिए जाने के बाद चौदहवें वर्ष के पहिले महीने के दसवें दिन को, यहोवा की शक्ति मुझ पर हुई, और उस ने मुझे वहां पहुंचाया।
1. In the five and twentieth year of our captivity, in the beginning of the year, in the tenth {cf15i day} of the month, in the fourteenth year after that the city was smitten, in the selfsame day, the hand of the LORD was upon me, and he brought me thither.