20. सो प्रभु यहोवा ने यों कहा है, क्या मनुष्य, क्या पशु, क्या मैदान के वृक्ष, क्या भूमि की उपज, उन सब पर जो इस स्थान में हैं, मेरे कोप की आग भड़कने पर है; वह नित्य जलती रहेगी और कभी न बुझेगी।
20. ' 'Therefore this is what the Sovereign LORD says: My anger and my wrath will be poured out on this placeon people and animals, on the trees of the field and on the crops of your land and it will burn and not be quenched.