32. यहोवा की यह वाणी है, इसलिये ऐसे दिन आते हैं कि वह तराई फिर न तो तोपेत की और न हिन्नोमवंशियों की कहलाएगी, वरन घात की तराई कहलाएगी; और तोपेत में इतनी क़ब्रें होंगी कि और स्थान न रहेगा।
32. Therefore, behold, the days are coming, says the LORD, when it will no more be called Topheth, or the valley of the son of Hinnom, but the valley of Slaughter: for they will bury in Topheth, because there is no room elsewhere.