Jeremiah - यिर्मयाह 51 | View All

1. यहोवा यों कहता है, मैं बाबुल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरूद्व एक नाश करनेवाली वायु चलाऊंगा;

1. সদাপ্রভু এই কথা কহেন, দেখ, আমি, বাবিলের বিরুদ্ধে ও লেব-কামাই নিবাসীদের বিরুদ্ধে এক বিনাশক বায়ু উৎপন্ন করিব।

2. और मैं बाबुल के पास ऐसे लोगों को भेजूंगा जो उसको फटक- फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरूद्व होंगे।

2. আর আমি বাবিলে ঝাড়কদিগকে প্রেরণ করিব, তাহারা তাহাকে ঝাড়িবে, তাহার দেশ শূন্য করিবে, কারণ তাহারা বিপদের দিনে চারিদিকে তাহার বিরুদ্ধ হইবে।

3. धनुर्धारी के विरूद्व और जो अपना झिलम पहिने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।

3. ধনুর্দ্ধর ধনুকে চাড়া না দিউক; সে বর্ম্মসজ্জায় উত্থিত না হউক; তোমরা তাহার যুবকদের প্রতি দয়া করিও না, তাহার সমস্ত সৈন্য নিঃশেষে বিনষ্ট কর।

4. कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।

4. তাহারা কল্‌দীয়দের দেশে নিহত ও চকে খড়্‌গবিদ্ধ হইয়া পতিত হইবে।

5. क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्रा के विरूद्व किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तौभी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।

5. কারণ ইস্রায়েল কিম্বা যিহূদা যে আপন ঈশ্বর বাহিনীগণের সদাপ্রভু কর্ত্তৃক পরিত্যক্ত, তাহা নয়; যদিও ইহাদের দেশ ইস্রায়েলের পবিত্রতমের বিরুদ্ধে দোষে পরিপূর্ণ হইয়াছে।

6. बाबुल में से भागो, अपना अपना प्राण बचाओ ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
प्रकाशितवाक्य 18:4

6. তোমরা বাবিলের মধ্য হইতে পলায়ন কর, প্রত্যেক জন আপন আপন প্রাণ রক্ষা কর; তাহার অপরাধে তোমরা উচ্ছিন্ন হইও না; কেননা এ সদাপ্রভুর প্রতিশোধ গ্রহণের সময়, তিনি তাহাকে অপকারের প্রতিফল দিতে উদ্যত।

7. बाबुल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिस से सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
प्रकाशितवाक्य 14:8, प्रकाशितवाक्य 17:2-4, प्रकाशितवाक्य 18:3

7. সদাপ্রভুর হস্তে বাবিল সুবর্ণ পাত্রস্বরূপ ছিল, তাহা সমস্ত পৃথিবীকে মত্ত করিত, জাতিগণ তাহার মদ্যপান করিয়াছে, তজ্জন্য জাতিগণ উন্মত্ত হইয়াছে।

8. बाबुल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय- हाय करो ! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
प्रकाशितवाक्य 14:8, प्रकाशितवाक्य 18:2

8. বাবিল অকস্মাৎ পতিত ও ভগ্ন হইল; তাহার জন্য হাহাকার কর; তাহার ব্যাথার প্রতীকারার্থে তরুসার গ্রহণ কর; কি জানি সে সুস্থ হইবে।

9. हम बाबुल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। सो आओ, हम उसको तजकर उपने अपने देश को चले जाएं; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन स्वर्ग तक भी पहुंच गया है।
प्रकाशितवाक्य 18:4-5

9. ‘আমরা বাবিলকে সুস্থ করিতে যত্ন করিয়াছি, কিন্তু সে সুস্থ হইল না; তাহাকে ত্যাগ কর, আমরা প্রত্যেক জন আপন আপন দেশে যাই, কেননা উহার বিচার গগনস্পর্শী, আকাশ পর্য্যন্ত উচ্চীকৃত।

10. यहोवा ने हमारे धर्म के काम प्रगट किए हैं; सो आओ, हम सिरयोन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।

10. সদাপ্রভু আমাদের ধার্ম্মিকতা প্রকাশ করিয়াছেন; আইস, আমরা সিয়োনে গিয়া আমাদের ঈশ্বর সদাপ্রভুর কার্য্য প্রচার করি।’

11. तीरों को पैना करो ! ढालें थामे रहो ! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उस ने बाबुल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है

11. তোমরা বাণে শাণ দেও, ঢাল ধর; সদাপ্রভু মাদীয় রাজগণের মন উত্তেজিত করিয়াছেন, কেননা তাঁহার সঙ্কল্প বাবিলের বিপক্ষ, তাহার বিনাশার্থক; বস্তুতঃ এ সদাপ্রভুর প্রতিশোধ গ্রহণ, তাঁহার মন্দিরের নিমিত্ত প্রতিশোধ গ্রহণ।

12. बाबुल की शहरपनाह के विरूद्व झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरूए बैठाओ; घात लगानेवालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबुल के रहनेवालों के विरूद्व जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन किया भी है।

12. তোমরা বাবিলের প্রাচীরের বিরুদ্ধে পতাকা স্থাপন কর, রক্ষকগণকে সাহস দেও, প্রহরিগণকে নিযুক্ত কর, গোপনস্থানে সৈন্য রাখ; কেননা সদাপ্রভু বাবিল-নিবাসীদের বিষয়ে যাহা বলিয়াছেন, তাহা সঙ্কল্প করিয়াছেন, সিদ্ধও করিয়াছেন।

13. हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहंच गई है।
प्रकाशितवाक्य 17:1-15

13. হে জলরাশির উপরে বাসকারিণি! ধনকোষে ঐশ্বর্য্যশালিনি! তোমার শেষকাল, তোমার ধনলােভের পরিমাণ উপস্থিত।

14. सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझ को टिडि्डयों के समान अनगिनित मनुष्यों से भर दूंगा, और वे तेरे विरूद्व ललकारेंगे।

14. বাহিনীগণের সদাপ্রভু আপন নামে এই শপথ করিয়াছেন, সত্যই আমি তোমাকে পঙ্গপালবৎ জনগণে পরিপূর্ণ করিয়াছি, তাহারা তোমার বিরুদ্ধে সিংহনাদ করিবে।

15. उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ से बनाया, और जगत को अपनी बुद्वि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।

15. তিনি নিজ শক্তিতে পৃথিবী গঠন করিয়াছেন। নিজ জ্ঞানে জগৎ স্থাপন করিয়াছেন, নিজ বুদ্ধিতে আকাশমণ্ডল বিস্তার করিয়াছেন।

16. जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।

16. তিনি রব ছাড়িলে আকাশে জলরাশির শব্দ হয়, তিনি পৃথিবীর প্রান্ত হইতে বাষ্প উত্থাপন করেন; তিনি বৃষ্টির নিমিত্ত বিদ্যুৎ গঠন করেন, তিনি আপন ভাণ্ডার হইতে বায়ু বাহির করিয়া আনেন।

17. सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी सांस नहीं चलती।

17. প্রত্যেক মনুষ্য পশুবৎ হইয়াছে, সে জ্ঞানহীন; প্রত্যেক স্বর্ণকার আপন প্রতিমা দ্বারা লজ্জিত হয়; কারণ তাহার ছাঁচে ঢালা বস্তু মিথ্যামাত্র, তাহার মধ্যে শ্বাসবায়ু নাই।

18. वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।

18. সে সকল অসার, মায়ার কর্ম্মমাত্র; তাহাদের প্রতিফল দানকালে তাহারা বিনষ্ট হইবে।

19. परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।

19. যিনি যাকোবের অধিকার, তিনি সেরূপ নহেন; কারণ তিনি সমস্ত বস্তুর গঠনকারী, এবং [ইস্রায়েল] তাঁহার অধিকাররূপ বংশ; তাঁহার নাম বাহিনীগণের সদাপ্রভু!

20. तू मेरा फरसा और युद्व के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति जाति को तितर- बितर करूंगा; और तेरे ही द्वारा राज्य राज्य को नाश करूंगा।

20. তুমি আমার মুদগর ও যুদ্ধের অস্ত্র; তোমা দ্বারা আমি জাতিগণকে চূর্ণ করিব; তোমা দ্বারা রাজ্য সকল সংহার করিব;

21. तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े टुकड़े करूंगा;

21. তোমা দ্বারা অশ্ব ও তদারোহীকে চূর্ণ করিব; তোমা দ্বারা রথ ও তদারোহীকে চূর্ণ করিব;

22. तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरूष दोनों को टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकढ़े टुकडे करूंगा, और जवान पुरूष और जवन स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े टुकड़े करूंगा;

22. তোমা দ্বারা পুরুষ ও স্ত্রীকে চূর্ণ করিব; তোমা দ্বারা বৃদ্ধ ও বালককে চূর্ণ করিব; তোমা দ্বারা যুবক ও যুবতীতে চূর্ণ করিব;

23. तेरे ही द्वारा मैं भेड़- बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े टुकड़े करूंगा; अधिपतियों ओर हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े टुकड़े करूंगा।

23. তোমা দ্বারা পালরক্ষক ও তাহার পাল চূর্ণ করিব; তোমা দ্বারা কৃষক ও তাহার বলদযুগল চূর্ণ করিব; এবং তোমা দ্বারা দেশাধ্যক্ষ ও শাসনকর্ত্তৃগণকে চূর্ণ করিব।

24. मैं बाबुल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूंगा, जो उन्हों ने तुम लोगों के साम्हने सिरयोन में की है; यहोवा की यही वाणी है।

24. আর আমি বাবিলকে ও কল্‌দীয় দেশনিবাসী সকলকে তাহাদের সেই সমস্ত দুষ্কর্ম্মের প্রতিফল দিব, যাহা তাহারা সিয়োনে তোমাদের দৃষ্টিগোচরে করিয়াছে, ইহা সদাপ্রভু কহেন।

25. हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरूद्व हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढांगों पर से लुढ़का दूंगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊंगा।
प्रकाशितवाक्य 8:8

25. হে বিনাশক পর্ব্বত, তুমি সমস্ত পৃথিবীর বিনাশক; সদাপ্রভু কহেন, দেখ, আমি তোমার বিপক্ষ, আমি তোমার বিরুদ্ধে হস্ত বিস্তার করিব, শৈল হইতে তোমাকে গড়াইয়া ফেলিয়া দিব, ও তোমাকে জ্বলন্ত পর্ব্বত করিব।

26. लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नेव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।

26. লোকে তোমা হইতে কোণের জন্য প্রস্তর কিম্বা ভিত্তিমূলের জন্য প্রস্তর লইবে না, কিন্তু তুমি চিরকাল ধ্বংসস্থান থাকিবে, ইহা সদাপ্রভু কহেন।

27. देश में झण्डा खड़ा करो, जाति जाति में नरसिंगा फूंको; उसके विरूद्व जाति जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नाम राज्यों को उसके विरूद्व बुललाओ, उसके विरूद्व सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिडि्डयों के समान अनगिनित चढ़ा ले आओ।

27. তোমরা দেশে ধ্বজা তোল, জাতিগণের মধ্যে তূরী বাজাও, তাহার বিপক্ষে নানা জাতিকে প্রস্তুত কর, অরারট, মিন্নি ও অস্কিনস রাজ্যকে তাহার বিপক্ষে আহ্বান কর, তাহার বিপক্ষে এক জন সেনাপতিকে নিযুক্ত কর, পঙ্গপালের ন্যায় অশ্বগণকে পাঠাও।

28. उसके विरूद्व जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।

28. তাহার বিপক্ষে জাতিগণকে, মাদীয়দের রাজগণকে, তাহাদের দেশাধ্যক্ষগণকে, শাসনকর্ত্তৃগণকে ও তাহার কর্ত্তৃত্বাধীন সমস্ত দেশের লোককে প্রস্তুত কর।

29. यहोवा ने विचारा है कि वह बाबुल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उस में कोई भी न रहे; इसलिये पृथ्वी कांपती है और दु:खित होती है

29. দেশ কম্পিত ও ব্যথিত হইতেছে; কেননা বাবিল দেশকে ধ্বংস ও নিবাসশূন্য করণার্থে বাবিলের বিপক্ষে সদাপ্রভুর সঙ্কল্প সফল হইতেছে।

30. बाबुल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इनकार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेण्डे तोड़े गए हैं।

30. বাবিলের বীরগণ যুদ্ধে বিরত হইয়াছে, তাহারা আপনাদের গড়ের মধ্যে রহিয়াছে; তাহাদের তেজ শুকাইয়া গিয়াছে; তাহারা অবলাদিগের সমান হইয়াছে; তাহার আবাস সকল দগ্ধ, তাহার হুড়কা সকল ভগ্ন হইয়াছে।

31. एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबुल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;

31. ধাবক ধাবকের কাছে, ধাবিত হইতেছে, বার্ত্তাবহ বার্ত্তাবহের কাছে যাইতেছে, যেন বাবিল-রাজকে এই বার্ত্তা দেওয়া হয় যে, তাহার নগর চারিদিকে পরহস্তগত হইল;

32. और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाये गए, ओर योद्वा घबरा उठे हैं।

32. এবং পারঘাট সকল পরহস্তগত হইয়াছে, তাহারা নলবন আগুনে পোড়াইয়াছে ও যোদ্ধা সকল বিহ্বল হইয়াছে।

33. क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यों कहता हैे बाबुल की बेटी दांवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।

33. কারণ বাহিনীগণের সদাপ্রভু, ইস্রায়েলের ঈশ্বর, এই কথা কহেন, বাবিল-কন্যা শস্যমর্দ্দনকালীন খামারস্বরূপ; স্বল্পকাল মধ্যে তাহার জন্য ফসল কাটিবার সময় উপস্থিত হইবে।

34. बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उस ने मुझे छूछे बर्तन के समान कर दिया, उस ने मगरमच्छ की नाई मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भेजन जानकर अपना पेट मुझ से भर लिया है, उस ने मुझ को बरबस निकाल दिया हे।

34. বাবিল-রাজ নবূখদ্‌রিৎসর আমাকে গ্রাস করিয়াছেন, আমাকে চূর্ণ করিয়াছেন, আমাকে শূন্যপাত্রস্বরূপ করিয়াছেন, আমাকে নাগবৎ গ্রাস করিয়াছেন, আমার উপাদেয় ভক্ষ্য দ্বারা আপন উদর পূর্ণ করিয়াছেন, আমাকে দূর করিয়াছেন।

35. सिरयोन की रहनेवाली कहेगी, कि जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबुल पर पलट जाए। और यरूशलेम कहेगी कि मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।

35. ‘আমার প্রতি ও আমার মাংসের প্রতি কৃত দৌরাত্ম্যের ফল বাবিলের উপরে বর্ত্তুক,’ ইহা সিয়োন-নিবাসিনী কহিতেছে; এবং ‘আমার রক্ত কল্‌দীয় দেশনিবাসীদের উপরে বর্ত্তুক,’ ইহা যিরূশালেম বলিতেছে।

36. इसलिये यहोवा कहता है, मैं तेरा कुक़ मा लड़ूंगा और तेरा बदला लूंगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सुखा दूंगा;
प्रकाशितवाक्य 16:12

36. এই জন্য সদাপ্রভু এই কথা কহেন, দেখ, আমি তোমার বিবাদ নিষ্পন্ন করিব; তোমার জন্য প্রতিশোধ লইব, এবং তাহার সমুদ্রকে জলশূন্য ও তাহার উনুইকে শুষ্ক করিব।

37. और बाबुल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएंगे, और उस में कोई न रहेगा।

37. আর বাবিল ঢিবীময়, শৃগালদের বাসস্থান, বিস্ময়ের ও শিশ শব্দের বিষয়, এবং নিবাসীবিহীন হইবে।

38. लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएंगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।

38. তাহারা একত্র সিংহবৎ গর্জ্জন করিবে, সিংহশাবকদের ন্যায় ঘোর নাদ করিবে।

39. परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं जेवनार तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूंगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।

39. তাহারা উত্তপ্ত হইলে পর আমি তাহাদের ভোজ প্রস্তুত করিব, ও তাহাদিগকে মত্ত করিব; যেন তাহারা উল্লাস করে ও চিরনিদ্রায় নিদ্রিত হয়, আর জাগরিত না হয়, ইহা সদাপ্রভু কহেন।

40. मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों की नाई घात करा दूंगा।

40. আমি তোমাদিগকে মেষশাবকদের ন্যায়, ছাগদের সহিত মেষদের ন্যায়, বধ্যস্থানে নামাইয়া আনিব।

41. शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबुल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?

41. শেশক কেমন পরহস্তগত! সমস্ত পৃথিবীর প্রশংসাপাত্র কেমন পরাজিত হইয়াছে। জাতিসমূহের মধ্যে বাবিল কেমন ধ্বংসস্থান হইয়াছে।

42. बाबुल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।

42. বাবিলের উপরে সমুদ্র উঠিয়াছে, সে তাহার তরঙ্গের কল্লোলে আচ্ছাদিত।

43. उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उस में कोई मनुष्य नहीं रहता, और उस से होकर कोई आदमी नहीं चलता।

43. তাহার নগর সকল ধ্বংস স্থান হইল, শুষ্ক ভূমি ও প্রান্তর হইয়া পড়িল; সেই দেশে কেহ বাস করে না, কোন মনুষ্য-সন্তান সেখানে গমনাগমন করে না।

44. मैं बाबुल में बेल को दण्ड दूंगा, और उस ने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुंह से उगलवाऊंगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर तांता बान्धे हुए न चलेंगे; बाबुल की शहरपनाह गिराई जाएगी।

44. আর আমি বাবিলে বেল দেবকে প্রতিফল দিব, তাহার মুখ হইতে তাহার গিলিত দ্রব্য বাহির করিব; এবং জাতিগণ আর তাহার দিকে প্রবাহিত হইবে না; বাবিলের প্রাচীরও পতিত হইবে।

45. हे मेरी प्रजा, उस में से निकल आओ ! अपने अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ !
2 कुरिन्थियों 6:17, प्रकाशितवाक्य 18:4

45. হে আমার প্রজাগণ, তোমরা তাহার মধ্য হইতে বাহির হও, প্রত্যেক জন সদাপ্রভুর প্রজ্বলিত ক্রোধ হইতে আপন আপন প্রাণ রক্ষা কর।

46. जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न धबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उस से न डरनो उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरूद्व होगा।

46. আর তোমাদের হৃদয়কে দ্রব হইতে দিও না, এবং দেশের মধ্যে যে জনরব শুনা যাইবে, তাহাতে ভীত হইও না, কেননা এক বৎসর এক জনরব উঠিবে, তৎপরে আর এক বৎসর আর এক জনরব উঠিবে; দেশে দৌরাত্ম্য, শাসনকর্ত্তা শাসনকর্ত্তার বিপক্ষ হইবে।

47. इसलिये देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबुल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूंगा; उस सारे देश के लोगों का मुंह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।

47. অতএব দেখ, এমন সময় আসিতেছে, যে সময়ে আমি বাবিলের ক্ষোদিত প্রতিমাগণকে প্রতিফল দিব; আর তাহার সমস্ত দেশ লজ্জিত হইবে, ও তথাকার নিহত লোক সকল তাহার মধ্যে পতিত হইবে।

48. तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबुल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
प्रकाशितवाक्य 18:20

48. আর আকাশমণ্ডল, পৃথিবী ও তন্মধ্যস্থিত সকলে বাবিলের বিষয়ে আনন্দগান করিবে, কেননা লুটকারিগণ উত্তরদিক্‌ হইতে তাহার কাছে আসিবে, ইহা সদাপ্রভু কহেন।

49. जैसे बाबुल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएंगे।
प्रकाशितवाक्य 18:24

49. বাবিল যেমন ইস্রায়েলের নিহতগণকে নিপাত করিয়াছে, সেইরূপ সমুদয় দেশের নিহতগণ বাবিলে পতিত হইবে।

50. हे तलवार से बचे हुओ, भगो, खड़े मत रहो ! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लोे

50. খড়্‌গ হইতে রক্ষা পাইয়াছ যে তোমরা, তোমরা চল, বিলম্ব করিও না; দূরদেশে সদাপ্রভুকে স্মরণ কর, এবং যিরূশালেমকে মনে কর।

51. हम व्याकुल हैं, क्योंकि हम ने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्रा भवन में विधम घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।

51. আমরা টিটকারি শুনিয়াছি, তাই লজ্জিত হইয়াছি, আমাদের মুখ অপমানে আচ্ছন্ন হইয়াছে, কেননা বিদেশী লোকেরা সদাপ্রভুর গৃহের সকল পবিত্র স্থানে প্রবেশ করিয়াছিল।

52. सो देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूंगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।

52. এই জন্য সদাপ্রভু কহেন, দেখ, এমন সময় আসিতেছে, যে সময়ে আমি তাহার ক্ষোদিত প্রতিমাগণকে প্রতিফল দিব, আর তাহার দেশের সর্ব্বত্র নিহত লোকেরা কোঁকাইবে।

53. चाहे बाबुल ऐसा ऊंचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊंचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएं, तौभी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूंगा, यहोवा की यह बाणी है।

53. বাবিল যদ্যপি আকাশ পর্য্যন্ত উঠে, যদ্যপি আপনার বলের দুর্গ দৃঢ় করে, তথাপি আমার আজ্ঞায় লুটকারীরা তাহার কাছে যাইবে, ইহ সদাপ্রভু কহেন।

54. बाबुल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है ! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाइ्र देता है।

54. বাবিলের মধ্য হইতে ক্রন্দনের রব, কল্‌দীয়দের দেশ হইতে মহাভঙ্গের শব্দ।

55. क्योंकि यहोवा बाबुल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इस से उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।

55. কেননা সদাপ্রভু বাবিলকে উচ্ছিন্ন করিতেছেন, তাহার মধ্যবর্ত্তী মহাশব্দকে ক্ষান্ত করিতেছেন, উহাদের তরঙ্গ সকল জলরাশির ন্যায় গর্জ্জন করিতেছে; তাহাদের কল্লোলধ্বনি শুনা যাইতেছে।

56. बाबुल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।

56. কারণ তাহার উপরে, বাবিলের উপরে, বিনাশক আসিয়াছে, তাহার বীরগণ ধৃত হইল, তাহাদের ধনুক সকল ভগ্ন হইল; কেননা সদাপ্রভু প্রতিফলদাতা, তিনি অবশ্য সমুচিত ফল দিবেন।

57. मैं उसके हाकिमों, पण्डितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूंगा कि वे सदा की नींद में पडेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है

57. আর আমি তাহার অধ্যক্ষগণকে, তাহার জ্ঞানবানদিগকে, তাহার দেশাধ্যক্ষগণকে, তাহার শাসনকর্ত্তৃগণকে ও তাহার বীরগণকে মত্ত করিব; তাহাতে তাহারা চিরনিদ্রায় নিদ্রিত হইবে, আর জাগরিত হইবে না, ইহা রাজা বলেন, যাঁহার নাম বাহিনীগণের সদাপ্রভু।

58. सेनाओं का यहोवा यों भी कहता है, बाबुल की चौड़ी शहरपनाह नेव से ढाई जाएगी, और उसके ऊंचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएंगे। और उस में राज्य राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएंगे।

58. বাহিনীগণের সদাপ্রভু এই কথা কহেন, বাবিলের প্রশস্ত প্রাচীর সকল একেবারে ভগ্ন হইবে, এবং তাহার উচ্চ দ্বার সকল আগুনে পোড়াইয়া দেওয়া যাইবে; আর লোকবৃন্দ কেবল অসারতার জন্য, ও জাতিগণ কেবল অগ্নির জন্য পরিশ্রম করিবে; এবং তাহারা ক্লান্ত হইবে।

59. यहूदा के राजा सिदकिरयाह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबुल को गया था, जो नेरिरयाह का पुत्रा और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,

59. যিহূদা-রাজ সিদিকিয়ের চতুর্থ বৎসরে মহসেয়ের পৌত্র নেরিয়ের পুত্র সরায় যে সময়ে রাজার সহিত বাবিলে গমন করেন, তৎকালে যিরমিয় ভাববাদী সরায়কে যাহা আজ্ঞা করিয়াছিলেন, তাহার বৃত্তান্ত।

60. तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबुल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।

60. উক্ত সরায় সেনানিবেশের অধ্যক্ষ ছিলেন। আর বাবিলের ভাবী অমঙ্গলের কথা, অর্থাৎ বাবিলের বিরুদ্ধে এই যে সকল কথা লিখিত আছে, তাহা যিরমিয় একখানা পুস্তকে লিখিয়াছিলেন।

61. और यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, जब तू बाबुल में पहुंचे , तब अपश्य ही ये सब वचन पड़ना,

61. আর যিরমিয় সরায়কে কহিলেন, বাবিলে উপস্থিত হইলে পর তুমি দেখিও,

62. और यह कहना, हे यहोवा तू ने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूंगा कि इस में क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।

62. যেন এই সকল কথা পাঠ কর, আর বলিবে, হে সদাপ্রভু, তুমি এই স্থানকে উচ্ছিন্ন করিবার কথা কহিয়াছ, বলিয়াছ যে, এখানে মনুষ্য বা পশু কিছুই বাস করিবে না, ইহা চিরধ্বংসস্থান হইবে।

63. और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बान्धकर परात महानद के बीच में फेंक देना,
प्रकाशितवाक्य 18:21

63. পরে এই পুস্তকের পাঠ সমাপ্ত হইলে তুমি ইহার সঙ্গে একখানা প্রস্তর বাঁধিয়া ফরাৎ নদীর মাঝখানে ইহা নিক্ষেপ করিবে;

64. और यह कहना, यों ही बाबुल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूंगा कि वह फिर कभी न उठेगा। यों उसका सारा परिश्रम व्यर्थ ही ठहरेगा और वे थके रहेंगे। यहां तक यिर्मयाह के वचन हैं।

64. আর তুমি বলিবে, আমি [সদাপ্রভু] বাবিলের যে অমঙ্গল ঘটাইব, তৎপ্রযুক্ত বাবিল এইরূপ ডুবিয়া যাইবে, আর কখনও উঠিবে না; ‘এবং তাহারা ক্লান্ত হইবে’। এই পর্য্যন্ত যিরমিয়ের বাক্য।



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