Jeremiah - यिर्मयाह 51 | View All

1. यहोवा यों कहता है, मैं बाबुल के और लेबकामै के रहनेवालों के विरूद्व एक नाश करनेवाली वायु चलाऊंगा;

1. Thus saith the LORD; Behold, I will raise up against Babylon, and against them that dwell in the midst of them that rise against me, a destroying wind;

2. और मैं बाबुल के पास ऐसे लोगों को भेजूंगा जो उसको फटक- फटककर उड़ा देंगे, और इस रीति उसके देश को सुनसान करेंगे; और विपत्ति के दिन चारों ओर से उसके विरूद्व होंगे।

2. And will send to Babylon fanners, that shall fan her, and shall empty her land: for in the day of trouble they shall be against her on all sides.

3. धनुर्धारी के विरूद्व और जो अपना झिलम पहिने हैं धनुर्धारी धनुष चढ़ाए हुए उठे; उसके जवानों से कुछ कोमलता न करना; उसकी सारी सेना को सत्यानाश करो।

3. Against {him that} bendeth let the archer bend his bow, and against {him that} lifteth himself up in his coat of mail: and spare ye not her young men; destroy ye utterly all her host.

4. कसदियों के देश में मरे हुए और उसकी सड़कों में छिदे हुए लोग गिरेंगे।

4. Thus the slain shall fall in the land of the Chaldeans, and {they that are} thrust through in her streets.

5. क्योंकि, यद्यपि इस्राएल और यहूदा के देश, इस्राएल के पवित्रा के विरूद्व किए हुए पापों से भरपूर हो गए हैं, तौभी उनके परमेश्वर, सेनाओं के यहोवा ने उनको त्याग नहीं दिया।

5. For Israel {hath} not {been} forsaken, nor Judah by his God, by the LORD of hosts; though their land was filled with sin against the Holy One of Israel.

6. बाबुल में से भागो, अपना अपना प्राण बचाओ ! उसके अधर्म में भागी होकर तुम भी न मिट जाओ; क्योंकि यह यहोवा के बदला लेने का समय है, वह उसको बदला देने पर है।
प्रकाशितवाक्य 18:4

6. Flee from the midst of Babylon, and deliver every man his soul: be not cut off in her iniquity; for this {is} the time of the LORD'S vengeance; he will render to her a recompense.

7. बाबुल यहोवा के हाथ में सोने का कटोरा था, जिस से सारी पृथ्वी के लोग मतवाले होते थे; जाति जाति के लोगों ने उसके दाखमधु में से पिया, इस कारण वे भी बावले हो गए।
प्रकाशितवाक्य 14:8, प्रकाशितवाक्य 17:2-4, प्रकाशितवाक्य 18:3

7. Babylon {hath been} a golden cup in the LORD'S hand, that made all the earth drunken: the nations have drank of her wine; therefore the nations are mad.

8. बाबुल अचानक ले ली गई और नाश की गई है। उसके लिये हाय- हाय करो ! उसके घावों के लिये बलसान औषधि लाओ; सम्भव है वह चंगी हो सके।
प्रकाशितवाक्य 14:8, प्रकाशितवाक्य 18:2

8. Babylon is suddenly fallen and destroyed: howl for her; take balm for her pain, it may be she may be healed.

9. हम बाबुल का इलाज करते तो थे, परन्तु वह चंगी नहीं हुई। सो आओ, हम उसको तजकर उपने अपने देश को चले जाएं; क्योंकि उस पर किए हुए न्याय का निर्णय आकाश वरन स्वर्ग तक भी पहुंच गया है।
प्रकाशितवाक्य 18:4-5

9. We would have healed Babylon, but she is not healed: forsake her, and let us go every one into his own country: for her judgment reacheth to heaven, and is lifted {even} to the skies.

10. यहोवा ने हमारे धर्म के काम प्रगट किए हैं; सो आओ, हम सिरयोन में अपने परमेश्वर यहोवा के काम का वर्णन करें।

10. The LORD hath brought forth our righteousness: come, and let us declare in Zion the work of the LORD our God.

11. तीरों को पैना करो ! ढालें थामे रहो ! क्योंकि यहोवा ने मादी राजाओं के मन को उभारा है, उस ने बाबुल को नाश करने की कल्पना की है, क्योंकि यहोवा अर्थात् उसके मन्दिर का यही बदला है

11. Make bright the arrows; gather the shields: the LORD hath raised up the spirit of the kings of the Medes: for his purpose {is} against Babylon, to destroy it; because it {is} the vengeance of the LORD, the vengeance of his temple.

12. बाबुल की शहरपनाह के विरूद्व झण्डा खड़ा करो; बहुत पहरूए बैठाओ; घात लगानेवालों को बैठाओ; क्योंकि यहोवा ने बाबुल के रहनेवालों के विरूद्व जो कुछ कहा था, वह अब करने पर है वरन किया भी है।

12. Set up the standard upon the walls of Babylon, make the watch strong, set up the watchmen, prepare the ambushes: for the LORD hath both devised and done that which he spoke against the inhabitants of Babylon.

13. हे बहुत जलाशयों के बीच बसी हुई और बहुत भण्डार रखनेवाली, तेरा अन्त आ गया, तेरे लोभ की सीमा पहंच गई है।
प्रकाशितवाक्य 17:1-15

13. O thou that dwellest upon many waters, abundant in treasures, thy end is come, {and} the measure of thy covetousness.

14. सेनाओं के यहोवा ने अपनी ही शपथ खाई है, कि निश्चय मैं तुझ को टिडि्डयों के समान अनगिनित मनुष्यों से भर दूंगा, और वे तेरे विरूद्व ललकारेंगे।

14. The LORD of hosts hath sworn by himself, {saying}, Surely I will fill thee with men, as with caterpillars; and they shall raise a shout against thee.

15. उसी ने पृथ्वी को अपने सामर्थ से बनाया, और जगत को अपनी बुद्वि से स्थिर किया; और आकाश को अपनी प्रवीणता से तान दिया है।

15. He hath made the earth by his power, he hath established the world by his wisdom, and hath stretched out the heaven by his understanding.

16. जब वह बोलता है तब आकाश में जल का बड़ा शब्द होता है, वह पृथ्वी की छोर से कुहरा उठाता है। वह वर्षा के लिये बिजली बनाता, और अपने भण्डार में से पवन निकाल ले आता है।

16. When he uttereth {his} voice, {there is} a multitude of waters in the heavens; and he causeth the vapors to ascend from the ends of the earth: he maketh lightnings with rain, and bringeth forth the wind out of his treasures.

17. सब मनुष्य पशु सरीखे ज्ञानरहित है; सब सोनारों को अपनी खोदी हुई मूरतों के कारण लज्जित होना पड़ेगा; क्योंकि उनकी ढाली हुई मूरतें धोखा देनेवाली हैं, और उनके कुछ भी सांस नहीं चलती।

17. Every man is brutish by {his} knowledge; every founder is confounded by the graven image: for his molten image {is} falsehood, and {there is} no breath in them.

18. वे तो व्यर्थ और ठट्ठे ही के योग्य है; जब उनके नाश किए जाने का समय आएगा, तब वे नाश ही होंगी।

18. They {are} vanity, the work of errors: in the time of their visitation they shall perish.

19. परन्तु जो याकूब का निज भाग है, वह उनके समान नहीं, वह तो सब का बनानेवाला है, और इस्राएल उसका निज भाग है; उसका नाम सेनाओं का यहोवा है।

19. The portion of Jacob {is} not like them; for he {is} the former of all things: and {Israel is} the rod of his inheritance: the LORD of hosts {is} his name.

20. तू मेरा फरसा और युद्व के लिये हथियार ठहराया गया है; तेरे द्वारा मैं जाति जाति को तितर- बितर करूंगा; और तेरे ही द्वारा राज्य राज्य को नाश करूंगा।

20. Thou {art} my battle-ax {and} weapons of war: for with thee will I break in pieces the nations, and with thee will I destroy kingdoms;

21. तेरे ही द्वारा मैं सवार समेत घोड़ों को टुकड़े टुकड़े करूंगा;

21. And with thee will I break in pieces the horse and his rider; and with thee will I break in pieces the chariot and its rider;

22. तेरे ही द्वारा रथी समेत रथ को भी टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं स्त्री पुरूष दोनों को टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं बूढ़े और लड़के दोनों को टुकढ़े टुकडे करूंगा, और जवान पुरूष और जवन स्त्री दोनों को मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े टुकड़े करूंगा;

22. With thee also will I break in pieces man and woman; and with thee will I break in pieces old and young; and with thee will I break in pieces the young man and the maid;

23. तेरे ही द्वारा मैं भेड़- बकरियों समेत चरवाहे को टुकड़े टुकड़े करूंगा; तेरे ही द्वारा मैं किसान और उसके जोड़े बैलों को भी टुकड़े टुकड़े करूंगा; अधिपतियों ओर हाकिमों को भी मैं तेरे ही द्वारा टुकड़े टुकड़े करूंगा।

23. I will also break in pieces with thee the shepherd and his flock; and with thee will I break in pieces the husbandman and his yoke of oxen; and with thee will I break in pieces captains and rulers.

24. मैं बाबुल को और सारे कसदियों को भी उन सब बुराइयों का बदला दूंगा, जो उन्हों ने तुम लोगों के साम्हने सिरयोन में की है; यहोवा की यही वाणी है।

24. And I will render to Babylon and to all the inhabitants of Chaldea all their evil that they have done in Zion in your sight, saith the LORD.

25. हे नाश करनेवाले पहाड़ जिसके द्वारा सारी पृथ्वी नाश हुई है, यहोवा की यह वाणी है कि मैं तेरे विरूद्व हूँ और हाथ बढ़ाकर तुझे ढांगों पर से लुढ़का दूंगा और जला हुआ पहाड़ बनाऊंगा।
प्रकाशितवाक्य 8:8

25. Behold, I {am} against thee, O destroying mountain, saith the LORD, which destroyest all the earth: and I will stretch out my hand upon thee, and roll thee down from the rocks, and will make thee a burnt mountain.

26. लोग तुझ से न तो घर के कोने के लिये पत्थर लेंगे, और न नेव के लिये, क्योंकि तू सदा उजाड़ रहेगा, यहोवा की यही वाणी है।

26. And they shall not take of thee a stone for a corner, nor a stone for foundations; but thou shalt be desolate for ever, saith the LORD.

27. देश में झण्डा खड़ा करो, जाति जाति में नरसिंगा फूंको; उसके विरूद्व जाति जाति को तैयार करो; अरारात, मिन्नी और अश्कनज नाम राज्यों को उसके विरूद्व बुललाओ, उसके विरूद्व सेनापति भी ठहराओ; घोड़ों को शिखरवाली टिडि्डयों के समान अनगिनित चढ़ा ले आओ।

27. Set ye up a standard in the land, blow the trumpet among the nations, prepare the nations against her, call together against her the kingdoms of Ararat, Minni, and Ashchenaz; appoint a captain against her; cause the horses to come up as the rough caterpillars.

28. उसके विरूद्व जातियों को तैयार करो; मादी राजाओं को उनके अधिपतियों सब हाकिमों सहित और उस राज्य के सारे देश को तैयार करो।

28. Prepare against her the nations with the kings of Media, her captains, and all her rulers, and all the land of his dominion.

29. यहोवा ने विचारा है कि वह बाबुल के देश को ऐसा उजाड़ करे कि उस में कोई भी न रहे; इसलिये पृथ्वी कांपती है और दु:खित होती है

29. And the land shall tremble and sorrow: for every purpose of the LORD shall be performed against Babylon, to make the land of Babylon a desolation without an inhabitant.

30. बाबुल के शूरवीर गढ़ों में रहकर लड़ने से इनकार करते हैं, उनकी वीरता जाती रही है; और यह देखकर कि उनके वासस्थानों में आग लग गई वे स्त्री बन गए हैं; उसके फाटकों के बेण्डे तोड़े गए हैं।

30. The mighty men of Babylon have forborne to fight, they have remained in {their} holds: their might hath failed; they became as women: they have burned her dwelling-places; her bars are broken.

31. एक हरकारा दूसरे हरकारे से और एक समाचार देनेवाला दूसरे समाचार देनेवाले से मिलने और बाबुल के राजा को यह समाचार देने के लिये दौड़ेगा कि तेरा नगर चारों ओर से ले लिया गया है;

31. One post shall run to meet another, and one messenger to meet another, to show the king of Babylon that his city is taken at {one} end,

32. और घाट शत्रुओं के वश में हो गए हैं, ताल भी सुखाये गए, ओर योद्वा घबरा उठे हैं।

32. And that the passages are stopped, and the reeds they have burned with fire, and the men of war are affrighted.

33. क्योंकि इस्राएल का परमेश्वर, सेनाओं का यहोवा यों कहता हैे बाबुल की बेटी दांवते समय के खलिहान के समान है, थोड़े ही दिनों में उसकी कटनी का समय आएगा।

33. For thus saith the LORD of hosts, the God of Israel; The daughter of Babylon {is} like a threshing-floor, {it is} time to thresh her: yet a little while, and the time of her harvest shall come.

34. बाबुल के राजा नबूकदनेस्सर ने मुझ को खा लिया, मुझ को पीस डाला; उस ने मुझे छूछे बर्तन के समान कर दिया, उस ने मगरमच्छ की नाई मुझ को निगल लिया है; और मुझ को स्वादिष्ट भेजन जानकर अपना पेट मुझ से भर लिया है, उस ने मुझ को बरबस निकाल दिया हे।

34. Nebuchadrezzar the king of Babylon hath devoured me, he hath crushed me, he hath made me an empty vessel, he hath swallowed me up like a dragon, he hath filled his belly with my delicates, he hath cast me out.

35. सिरयोन की रहनेवाली कहेगी, कि जो उपद्रव मुझ पर और मेरे शरीर पर हुआ है, वह बाबुल पर पलट जाए। और यरूशलेम कहेगी कि मुझ में की हुई हत्याओं का दोष कसदियों के देश के रहनेवालों पर लगे।

35. The violence done to me and to my flesh {be} upon Babylon, shall the inhabitant of Zion say; and my blood upon the inhabitants of Chaldea, shall Jerusalem say.

36. इसलिये यहोवा कहता है, मैं तेरा कुक़ मा लड़ूंगा और तेरा बदला लूंगा। मैं उसके ताल को और उसके सोतों को सुखा दूंगा;
प्रकाशितवाक्य 16:12

36. Therefore thus saith the LORD; Behold, I will plead thy cause, and take vengeance for thee; and I will dry up her sea, and make her springs dry.

37. और बाबुल खण्डहर, और गीदड़ों का वासस्थान होगा; और लोग उसे देखकर चकित होंगे और ताली बजाएंगे, और उस में कोई न रहेगा।

37. And Babylon shall become heaps, a dwelling-place for dragons, an astonishment, and a hissing, without an inhabitant.

38. लोग एक संग ऐसे गरजेंगे और गुर्राएंगे, जैसे युवा सिंह व सिंह के बच्चे आहेर पर करते हैं।

38. They shall roar together like lions: they shall yell as lions' whelps.

39. परन्तु जब जब वे उत्तेजित हों, तब मैं जेवनार तैयार करके उन्हें ऐसा मतवाला करूंगा, कि वे हुलसकर सदा की नींद में पड़ेंगे और कभी न जागेंगे, यहोवा की यही वाणी है।

39. In their heat I will make their feasts, and I will make them drunken, that they may rejoice, and sleep a perpetual sleep, and not wake, saith the LORD.

40. मैं उनको, भेड़ों के बच्चों, और मेढ़ों और बकरों की नाई घात करा दूंगा।

40. I will bring them down like lambs to the slaughter, like rams with he-goats.

41. शेशक, जिसकी प्रशंसा सारे पृथ्वी पर होती थी कैसे ले लिया गया? वह कैसे पकड़ा गया? बाबुल जातियों के बीच कैसे सुनसान हो गया है?

41. How is Sheshach taken! and how is the praise of the whole earth surprised! how is Babylon become an astonishment among the nations!

42. बाबुल के ऊपर समुद्र चढ़ आया है, वह उसकी बहुत सी लहरों में डूब गया है।

42. The sea is come up upon Babylon: she is covered with the multitude of its waves.

43. उसके नगर उजड़ गए, उसका देश निर्जन और निर्जल हो गया है, उस में कोई मनुष्य नहीं रहता, और उस से होकर कोई आदमी नहीं चलता।

43. Her cities are a desolation, a dry land, and a wilderness, a land in which no man dwelleth, neither doth {any} son of man pass by it.

44. मैं बाबुल में बेल को दण्ड दूंगा, और उस ने जो कुछ निगल लिया है, वह उसके मुंह से उगलवाऊंगा। जातियों के लोग फिर उसकी ओर तांता बान्धे हुए न चलेंगे; बाबुल की शहरपनाह गिराई जाएगी।

44. And I will punish Bel in Babylon, and I will bring forth out of his mouth that which he hath swallowed: and the nations shall not flow together any more to him: even the wall of Babylon shall fall.

45. हे मेरी प्रजा, उस में से निकल आओ ! अपने अपने प्राण को यहोवा के भड़के हुए कोप से बचाओ !
2 कुरिन्थियों 6:17, प्रकाशितवाक्य 18:4

45. My people, depart from the midst of her, and deliver ye every man his soul from the fierce anger of the LORD.

46. जब उड़ती हुई बात उस देश में सुनी जाए, तब तुम्हारा मन न धबराए; और जो उड़ती हुई चर्चा पृथ्वी पर सुनी जाएगी तुम उस से न डरनो उसके एक वर्ष बाद एक और बात उड़ती हुई आएगी, तब उसके बाद दूसरे वर्ष में एक और बात उड़ती हुई आएगी, और उस देश में उपद्रव होगा, और एक हाकिम दूसरे के विरूद्व होगा।

46. And lest your heart should faint, and ye should fear for the rumor that shall be heard in the land; a rumor shall both come {one} year, and after that in {another} year {shall come} a rumor, and violence in the land, ruler against ruler.

47. इसलिये देख, वे दिन आते हैं जब मैं बाबुल की खुदी हुई मूरतों पर दण्ड की आज्ञा करूंगा; उस सारे देश के लोगों का मुंह काला हो जाएगा, और उसके सब मारे हुए लोग उसी में पड़े रहेंगे।

47. Therefore behold, the days come, that I will do judgment upon the graven images of Babylon: and her whole land shall be confounded, and all her slain shall fall in the midst of her.

48. तब स्वर्ग और पृथ्वी के सारे निवासी बाबुल पर जयजयकार करेंगे; क्योंकि उत्तर दिशा से नाश करनेवाले उस पर चढ़ाई करेंगे, यहोवा की यही वाणी है।
प्रकाशितवाक्य 18:20

48. Then the heaven and the earth, and all that {is} in them, shall sing for Babylon: for the spoilers shall come to her from the north, saith the LORD.

49. जैसे बाबुल ने इस्राएल के लोगों को मारा, वैसे ही सारे देश के लोग उसी में मार डाले जाएंगे।
प्रकाशितवाक्य 18:24

49. As Babylon {hath caused} the slain of Israel to fall, so at Babylon shall fall the slain of all the earth.

50. हे तलवार से बचे हुओ, भगो, खड़े मत रहो ! यहोवा को दूर से स्मरण करो, और यरूशलेम की भी सुधि लोे

50. Ye that have escaped the sword, go away, stand not still: remember the LORD afar off, and let Jerusalem come into your mind.

51. हम व्याकुल हैं, क्योंकि हम ने अपनी नामधराई सुनी है; यहोवा के पवित्रा भवन में विधम घुस आए हैं, इस कारण हम लज्जित हैं।

51. We are confounded, because we have heard reproach: shame hath covered our faces: for strangers are come into the sanctuaries of the LORD'S house.

52. सो देखो, यहोवा की यह वाणी है, ऐसे दिन आनेवाले हैं कि मैं उसकी खुदी हुई मूरतों पर दण्ड भेजूंगा, और उसके सारे देश में लोग घायल होकर कराहते रहेंगे।

52. Wherefore, behold, the days come, saith the LORD, that I will do judgment upon her graven images: and through all her land the wounded shall groan.

53. चाहे बाबुल ऐसा ऊंचा बन जाए कि आकाश से बातें करे और उसके ऊंचे गढ़ और भी दृढ़ किए जाएं, तौभी मैं उसे नाश करने के लिये, लोगों को भेजूंगा, यहोवा की यह बाणी है।

53. Though Babylon should mount up to heaven, and though she should fortify the hight of her strength, {yet} from me shall spoilers come to her, saith the LORD.

54. बाबुल से चिल्लाहट का शब्द सुनाई पड़ता है ! कसदियों के देश से सत्यानाश का बड़ा कोलाहल सुनाइ्र देता है।

54. A sound of a cry {cometh} from Babylon, and great destruction from the land of the Chaldeans:

55. क्योंकि यहोवा बाबुल को नाश कर रहा है और उसके बड़े कोलाहल को बन्द कर रहा है। इस से उनका कोलाहल महासागर का सा सुनाई देता है।

55. Because the LORD hath laid waste Babylon, and destroyed out of her the great voice; when her waves roar like great waters, a noise of their voice is uttered:

56. बाबुल पर भी नाश करनेवाले चढ़ आए हैं, और उसके शूरवीर पकड़े गए हैं और उनके धनुष तोड़ डाले गए; क्योंकि यहोवा बदला देनेवाला परमेश्वर है, वह अवश्य ही बदला लेगा।

56. Because the spoiler is come upon her, {even} upon Babylon, and her mighty men are taken, every one of their bows is broken: for the Lord GOD of recompenses shall surely requite.

57. मैं उसके हाकिमों, पण्डितों, अधिपतियों, रईसों, और शूरवीरों को ऐसा मतवाला करूंगा कि वे सदा की नींद में पडेंगे और फिर न जागेंगे, सेनाओं के यहोवा, जिसका नाम राजाधिराज है, उसकी यही वाणी है

57. And I will make drunk her princes, and her wise {men}, her captains, and her rulers, and her mighty men: and they shall sleep a perpetual sleep, and not wake, saith the king, whose name {is} the LORD of hosts.

58. सेनाओं का यहोवा यों भी कहता है, बाबुल की चौड़ी शहरपनाह नेव से ढाई जाएगी, और उसके ऊंचे फाटक आग लगाकर जलाए जाएंगे। और उस में राज्य राज्य के लोगों का परिश्रम व्यर्थ ठहरेगा, और जातियों का परिश्रम आग का कौर हो जाएगा और वे थक जाएंगे।

58. Thus saith the LORD of hosts; The broad walls of Babylon shall be utterly broken, and her high gates shall be burned with fire; and the people shall labor in vain, and the people in the fire, and they shall be weary.

59. यहूदा के राजा सिदकिरयाह के राज्य के चौथे वर्ष में जब उसके साथ सरायाह भी बाबुल को गया था, जो नेरिरयाह का पुत्रा और महसेयाह का पोता और राजभवन का अधिकारी भी था,

59. The word which Jeremiah the prophet commanded Seraiah the son of Neriah, the son of Maaseiah, when he went with Zedekiah the king of Judah into Babylon in the fourth year of his reign. And {this} Seraiah {was} a quiet prince.

60. तब यिर्मयाह भविष्यद्वक्ता ने उसको ये बातें बताई अर्थात् वे सब बातें जो बाबुल पर पड़नेवाली विपत्ति के विषय लिखी हुई हैं, उन्हें यिर्मयाह ने पुस्तक में लिख दिया।

60. So Jeremiah wrote in a book all the evil that should come upon Babylon, {even} all these words that are written against Babylon.

61. और यिर्मयाह ने सरायाह से कहा, जब तू बाबुल में पहुंचे , तब अपश्य ही ये सब वचन पड़ना,

61. And Jeremiah said to Seraiah, When thou shalt come to Babylon, and shalt see, and shalt read all these words;

62. और यह कहना, हे यहोवा तू ने तो इस स्थान के विषय में यह कहा है कि मैं इसे ऐसा मिटा दूंगा कि इस में क्या मनुष्य, क्या पशु, कोई भी न रहेगा, वरन यह सदा उजाड़ पड़ा रहेगा।

62. Then shalt thou say, O LORD, thou hast spoken against this place, to cut it off, that none shall remain in it, neither man nor beast, but that it shall be desolate for ever.

63. और जब तू इस पुस्तक को पढ़ चुके, तब इसे एक पत्थर के संग बान्धकर परात महानद के बीच में फेंक देना,
प्रकाशितवाक्य 18:21

63. And it shall be, when thou hast made an end of reading this book, {that} thou shalt bind a stone to it, and cast it into the midst of Euphrates:

64. और यह कहना, यों ही बाबुल डूब जाएगा और मैं उस पर ऐसी विपत्ति डालूंगा कि वह फिर कभी न उठेगा। यों उसका सारा परिश्रम व्यर्थ ही ठहरेगा और वे थके रहेंगे। यहां तक यिर्मयाह के वचन हैं।

64. And thou shalt say, Thus shall Babylon sink, and shall not rise from the evil that I will bring upon her: and they shall be weary. Thus far {are} the words of Jeremiah.



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