1. हे यहोवा, यदि मैं तुझ से मुक़ मा लड़ूं, तौभी तू धम है; मुझे अपने साथ इस विषय पर वादविवाद करने दे। दुष्टों की चाल क्यों सफंल होती है? क्या कारण है कि विश्वासघाती बहुत सुख से रहते हैं?
1. Thou indeed, O Lord, art just, if I plead with thee, but yet I will speak what is just to thee: Why doth the way of the wicked prosper: why is it well with all them that transgress, and do wickedly?