19. कोई इस पर ध्यान नहीं करता, और न किसी को इतना ज्ञान वा समझ रहती है कि कह सके, उसका एक भाग तो मैं ने जला दिया और उसके कोयलों पर रोटी बनाई; और मांस भूनकर खाया है; फिर क्या मैं उसके बचे हुए भाग को घिनौनी वस्तु बनाऊं? क्या मैं काठ को प्रणाम करूं?
19. And none considereth in his heart, neither is there knowledge nor vnderstanding to say, I haue burnt halfe of it, euen in the fire, and haue baked bread also vpon the coles thereof: I haue rosted flesh, and eaten it, and shall I make the residue thereof an abomination? shall I bowe to the stocke of a tree?